-राजपत्रित व अराजपत्रित पदों के विवरण के अनुसार खाली हैं राज्य में इतने पद

-अप्रैल 2013 में सरकार ने विस के समक्ष प्रस्तुत की थी रिपोर्ट

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DEHRADUN: सवा करोड़ आबादी वाले महज पंद्रह साल पुराने राज्य में बेरोजगारों की संख्या करीब आठ लाख पार कर चुकी है। लेकिन उसके उलट राज्य में रोजगार मिलने की संख्या कछुवा चाल है। जबकि विभागों में अब भी हजारों की तादाद में पद खाली हैं। अकेले लोक सेवा आयोग से बाहर के पदों यानी ग्रुप-सी के पदों की बात की जाए तो करीब चालीस हजार से अधिक खाली पद बताए गए हैं।

कब भरे जाएंगे ये खाली पद

राज्य सरकार अगले कुछ वर्षो में हजारों की तादाद में बेरोजगारों को रोजगार देने का दावा कर रही है। कब तक बेरोजगारों को रोजगार मिल सकेगा, सरकार की नीति व कार्यप्रणाली पर निर्भर करेगा। लेकिन खुद सरकार के आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि राज्य में लोक सेवा आयोग से बाहर के ग्रुप-सी के करीब चालीस हजार से अधिक पद खाली हैं। दरअसल, एक अप्रैल ख्0क्फ् के राज्य सरकार के राजपत्रित व अरापत्रित पदों के विवरण के मुताबिक आयोजनेत्तर व आयोजनागत यानी प्लान व नॉन प्लान के तहत समूह-ग के करीब फ्7, 888 से अधिक पद खाली हैं। राज्य सरकार ने राजपत्रित व अराजपत्रित पदों का विवरण दो साल पहले विधानसभा के समक्ष भी प्रस्तुत किया था।

दो साल में बढ़ी खाली पदों की संख्या

सरकार के आंकड़ों के अनुसार इन खाली पदों में करीब फ्फ्7फ्ब् आयोजनेत्तर व ब्क्भ्ब् आयोजनागत के बताए गए हैं। जानकार बताते हैं अब ये पद दो सालों के भीतर बढ़कर ब्0 हजार से ज्यादा हो गए होंगे।

चयन आयोग के पास सीमित पदों की संख्या

हालांकि अब राज्य सरकार ने एक साल पहले राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भर्ती के लिए मंजूरी दी है। चयन आयोग के पास इस वक्त करीब डेढ़ हजार से अधिक ग्रुप-सी के पदों की भर्ती के लिए अधियाचन प्राप्त है। जिन पर नियुक्ति की प्रक्रिया भी जारी है। आयोग ने जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का दावा भी किया है। इसके अलावा पटवारियों के खाली पदों व फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।

बेरोजगारों की सूची हुई 7.भ्0 लाख पार

पिछले साल ख्0क्ब् के जनवरी से लेकर दिसंबर तक सेवायोजन आंकड़ों पर गौर करें तो सेवायोजन निदेशालय के रिकॉर्ड के मुताबिक रोजगार के लिए बेरोजगारों के सक्रिय रजिस्ट्रेशन की संख्या 7ब्ब्0भ्भ् रही है। जिसमें अल्मोड़ा मंडल में फ्म्ब्8फ्म्, देहरादून मंडल में ख्ब्8फ्ब्क् और लैंसडाउन मंडल में क्फ्0878 रजिस्ट्रेशन रजिस्टडर्1 हैं।

ग्रुप-डी के रिक्त पदों की संख्या क्8 हजार से अधिक

यह महज ग्रुप-सी के पदों की संख्या है। इस रिपोर्ट की बात की जाए तो रिपोर्ट में क्8 हजार से अधिक ग्रुप-डी के रिक्त पदों का भी विवरण दिया गया है। जबकि जानकार बताते हैं कि रिटायरमेंट के बाद ग्रुप-डी के खाली पदों की संख्या पिछले दो सालों में और बढ़ गई होगी।