छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : सीएम रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार की मान्यता है कि आधी आबादी को स्वावलंबी बनाकर ही राज्य का वास्तविक विकास होगा। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शीघ्र ही सीएम उद्यमी बोर्ड का गठन किया जाएगा। इसके माध्यम से जिला, प्रखंड व ग्राम स्तर तक महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी। सीएम ने यह बातें रविवार को बारीडीह बस्ती में छठ घाट व पार्क के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान कहीं। इस अवसर पर डीसी अमित कुमार, एसएसपी अनूप टी मैथ्यू समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

कौशल विकास के लिए 700 करोड़

सीएम ने कहा कि युवाओं को शिक्षित-प्रशिक्षित कर हुनरमंद बनाकर आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से इस वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार ने कौशल विकास हेतु 700 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। सीएम ने कहा कि सीएम उद्यमी बोर्ड के अंतर्गत राज्य के 32,000 गांवों में 'उद्यमी सखी मंडल' की परिकल्पना की गई है। प्रत्येक गांव से 15 उद्यमी सखी को संगठित किया जाएगा। कुल 4,80,000 महिलाओं को 'उद्यमी सखी' के नाम से जाना जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र के बाद शहरी क्षेत्र के गरीब क्षेत्र की महिलाओं को भी इससे जोड़कर उन्हें हुनरमंद बनाया जाएगा।

बांटे सिलाई मशीन व ब्यूटी किट

इस अवसर पर सीएम ने राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना के अंतर्गत सिलाई में प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को स्वरोजगार हेतु सिलाई मशीन वितरित किए तथा ब्यूटीशियन-किट का भी वितरण किया साथ ही जीरो-ड्रॉपआउट घोषित पंचायतों के मुखिया को सम्मानित किया।

पूरे राज्य में लगेंगे दो करोड़ पौधे

सीएम ने कहा कि समाज, शासन और जनता में कोई खाई नहीं रहनी चाहिए। एक दूसरे के संपर्क-समन्वय में रहकर सुंदर-समृद्ध झारखंड बनाने की दिशा में ईमानदारी पूर्वक कार्य करें। जुलाई से राज्य भर में दो करोड़ पौधे लगाने की घोषणा सीएम ने की । उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ और हरा-भरा झारखंड सौंपने के लिए हमें पर्यावरण का विवेकसंगत प्रयोग करना है।

हरि मंदिर प्रांगण में ओपन जिम

इस अवसर पर सीएम ने हरि मंदिर प्रांगण में नवयुवकों के लिए ओपेन जिम के निर्माण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि युवाओं के सौष्ठव से स्वस्थ झारखंड का निर्माण होगा। इसके लिए राज्य के कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में भी जिम की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि बारीडीह बस्ती की लंबे समय से की जा रही मांग को पूर्ण करने हेतु सूर्य आराधना के लिए छठ घाट की आधारशिला रखी गई है।