गुलरिहा के जंगल कौडिय़ा के अहरौली गांव में शादी समारोह में शामिल होने के बाद कुछ लोग टैम्पो से गोरखपुर आने के लिए सवार हुए थे। सवारियों से भरी टैम्पो गुलरिहा के नहर पुल के पास अम्बेडकर चौराहे के पास पहुंची थी। तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक से भिड़ंत बचाने के लिए ड्राइवर ने स्टेयरिंग दूसरी तरफ मोड़ दी। टैम्पो अनियंत्रित हो गया और रोड किनारे लगे पेड़ से जा टकराई। भीषण भिड़ंत के चलते टैम्पो में सवार चार युवकों की मौके पर मौत हो गई और ड्राइवर समेत चार गंभीर रूप से घायल हो गए। एक्सीडेंट के बाद चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने पुलिस को हादसे की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने टैम्पो में फंसी डेडबॉडी और घायलों को बाहर निकाला। घायलों को इलाज के लिए पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भेजा गया जहां मामूली रुप से घायल दो युवक इलाज के बाद वापस चले गए।

शादी समारोह में गए थे चारों

रोड एक्सीडेंट में गुलरिहा बाजार निवासी प्रकाश साहनी का बेटा प्रेम (18), बेलीपार के शेरगढ़ निवासी रविन्द्र (21), छोटक साहनी का बेटा विपिन (15) और विध्यांचल साहनी का बेटा प्रदीप (19) की मौत हो गई। हादसे में टैम्पो ड्राइवर गुलरिहा के करमाहा टोला सतहईया निवासी राम चन्द्र और झगहां का राजू निषाद समेत चार अन्य घायल हो गए। राजू और राम चन्द्र को इलाज के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। चारों मृतक रिश्तेदार है और अपने रिश्तेदार गुलरिहा के बखरौली निवासी जयंती निषाद के बेटे शेष मणि की शादी में शामिल होने गए थे।

रोड की चौड़ाई बनी हादसे की वजह

दो दिन पहले गगहां के मझूगावा में ट्रक की चपेट में आए तीन युवकों की घटना हो या फिर गुलरिहा में टैम्पो के पेड़ से टकराने का हादसा। ऐसे कई मामले में जो हाईवे पर एक्सीडेंट रोड के चौड़ीकरण के चलते हुए। जिससे कई मौत हो चुकी। गाडिय़ों के ओवरटेक करने में ज्यादातर हादसे हुए हैं। न तो उनकी स्पीड के नियंत्रण के लिए ट्रैफिक पुलिस के पास कोई मशीन है और न ही हाईवे किनारे अवैध कब्जे को हटाया जाता हैं।

खुशियां मातम में बदल गईं

एक साथ चार युवकों की मौत से उनके परिवार में खुशियां की जगह मातम में बदल गई। किसी घर से बारात उठनी थी तो कोई अपने बेटे के भविष्य के लिए सपने संजोये हुए था। हादसे में मरने वाला विपिन चार भाइयों में सबसे छोटा था और इस साल उसने इंटर की परीक्षा पास की थी। रविन्द्र भी चार भाइयों में तीसरे नंबर का था और उसने भी इंटर की परीक्षा पास की थी। प्रेम तीन भाइयों में सबसे छोटा था। मृतक युवकों के परिजन पोस्टमार्टम हाऊस पहुंचे और अपनों की डेडबॉडी देख उनका कलेजा फट गया। उनकी चीत्कार से पत्थर दिल लोगों के भी आंखें भर आई।

बारात की जगह उठी अर्थी

हादसे में प्रदीप की मौत के चलते कई परिवारों की खुशी मातम में बदल गई। रिश्तेदार की शादी में शामिल होने गए प्रदीप के भाई की गुरूवार को शादी थी। परिवार के लोग बारात की तैयारी कर रहे थे और प्रदीप रिश्तेदार की शादी से रात में ही वापस लौट घर के कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा था। चार भाइयों में तीसरे नंबर के प्रदीप के बड़े भाई की गुरुवार को बारात उठनी थी। उसकी मौत से घर में शहनाई की जगह मातम में बदल गया। शादी की तैयारी कर रहे परिवार वाले उसकी डेडबॉडी लेने पोस्टमार्टम हाऊस पहुंचे।