RANCHI : राजधानी में जल्द ही घरों से कलेक्ट होने वाले कचरे का डिस्पोजल शुरू हो जाएगा। इसके लिए चार जगहों पर वेस्ट टू कंपोस्ट प्लांट लगाने का आदेश आरएमएसडब्ल्यू को दिया गया है। जिसके तहत झिरी स्थित डंपिंग यार्ड में प्लांट लगाने के अलावा तीन मिनी ट्रांसफर स्टेशनों में भी प्लांट लगाए जाएंगे। जिससे कि घरों से निकलने वाले कचरे को कंपोस्ट में कन्वर्ट कर दिया जाएगा। इसके बाद कंपोस्ट को मार्केट में बेच दिया जाएगा। इससे कंपनी को भी कुछ राजस्व मिल जाएगा।

आरएमसी नहीं करेगा कोई सपोर्ट

चारों जगहों पर प्लांट लगाने के लिए अब रांची नगर निगम एजेंसी को कोई सपोर्ट नहीं करेगा। ऐसे में एजेंसी को अपने खर्च पर ही सभी प्लांट लगाने होंगे। पहले रांची नगर निगम ने झिरी में प्लांट लगाने में मदद करने की योजना बनाई थी। लेकिन एजेंसी की ओर से लापरवाही और काम में सुस्ती के बाद निगम ने फाइनेंशियल सपोर्ट करने से इनकार कर दिया है।

ईंधन के लिए भी तैयार होगा प्रोडक्ट

सूखे कचरे का डिस्पोजल अलग ढंग से किया जाएगा। वहीं गीले कचरे को कंपोस्ट में कन्वर्ट कर दिया जाएगा। इसके अलावा कचरे से ईंधन के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोडक्ट भी तैयार किए जाएंगे। जिसकी सप्लाई बड़े-बड़े कारखानों में की जाएगी। इससे भी आरएमएसडब्ल्यू को इनकम होगा। वहीं वेस्ट टू कंपोस्ट के लिए मशीन का खर्च भी निकल जाएगा।

घरों से अलग करके लाया जाएगा कचरा

डोर टू डोर कलेक्शन के तहत एजेंसी 34 वाडरें में काम कर रही है। जहां घरों से कचरा कलेक्ट करके एमटीएस में जमा कराया जाता है। और एमटीएस से कचरा सीधे कांपैक्टर की मदद से डंपिंग यार्ड में भेज दिया जाता है। लेकिन अब घरों से ही गीला और सूखा कचरा लेकर गाडि़यां आएंगी। उसमें से कंपोस्ट बनाने वाला कचरा एमटीएस में छोड़कर बाकी डंपिंग यार्ड भेज दिया जाएगा।

वर्जन

एमटीएस में जब कंपोस्टिंग की व्यवस्था शुरू हो जाएगी तो कचरा डिस्पोज होगा। इसके लिए एजेंसी को नगर विकास ने आदेश दिया है। जल्द ही चारों जगहों पर प्लांट लगाकर काम शुरू कर दिया जाएगा।

संदीप कुमार, इंचार्ज, हेल्थ सेक्शन, आरएमसी