RANCHI: झारखंड सरकार ने राज्य को अंधापन मुक्त बनाने के लिए साइट सेवर से हाथ मिलाया है। इसके तहत ख्0ख्0 तक ब्लाइंडनेस शून्य करने का लक्ष्य है। योजना के अनुसार, मरीजों का इलाज मुफ्त होगा। साथ ही उन्हें चश्मा भी दिया जाएगा। स्टेट ब्लाइंडनेस कंट्रोल आफिसर डॉ। राजेंद्र पासवान ने बताया कि हाइ बीपी और डायबिटीज से लोगों में मोतियाबिंद की समस्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में सरकार ने इसकी तैयारी कर ली है, जिससे मोतियाबिंद से ग्रसित कोई मरीज इलाज में छूट न जाए।
सरकारी अस्पतालों में ऑपरेशन
डॉ। पासवान ने बताया कि ब्लाइंडनेस से निपटने के लिए विभाग ने क् लाख क्ब् हजार मरीजों का आपरेशन करने का टारगेट रखा है। इसके लिए सभी सरकारी हास्पिटलों में व्यवस्था की गई है। लेकिन दस जिलों में साइट सेवर के साथ मिलकर काम किया जाएगा। जहां डॉक्टर मरीजों की जांच कर उन्हें तारीख देंगे। उस दिन मरीज का आपरेशन साइट सेवर की ओर से कराया जाएगा।
ऑपरेशन अभियान चलेगा
स्टेट फाइनांस आफिसर अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि सरकार राज्य से मोतियाबिंद को खत्म करना चाहती है। इसके लिए म्.फ्म् करोड़ रुपए आवंटित किया गया है। इससे मरीजों का आपरेशन किया जाएगा और उन्हें चश्मा भी उपलब्ध कराया जाएगा। सभी जिलों में इसके लिए राशि आवंटित कर दी गई है। वहां अभियान चलाकर मरीजों का आपरेशन किया जाएगा।
इन जिलों में अभियान
-सिमडेगा
-जामताड़ा
-रामगढ़
-हजारीबाग
-सरायकेला
-वेस्ट सिंहभूम
-चतरा
-दुमका
-खूंटी
-पाकुड़