-नरेन्द्र मोदी और अरविंद केजरीवाल के अलावा कोई नहीं बचा सका जमानत

-37 कैंडीडेट्स नहीं पार कर सके पांच हजार वोट का आंकड़ा

VARANASI : पार्लियामेंट इलेक्शन में इस बार मोदी लहर कुछ ऐसी चली कि कुछ कैंडीडेट्स को छोड़ अन्य अपनी जमानत तक नहीं बचा सके। ढेरों तो ऐसे थे जो हजार वोट का आंकड़ा भी पार नहीं कर सके। जिन कैंडीडेट्स की जमानत नहीं बच सकी उनमें ज्यादातर निर्दल रहे। क्षेत्रीय दलों के कैंडीडेट्स का परफॉर्मेस भी उम्मीद के मुताबिक बहुत बेहतर नहीं रहा। नेशनल पार्टी के कुछ कैंडीडेट्स थोड़ा संघर्ष करते दिखे लेकिन जमानत के लिए जरूरी वोटों की संख्या नहीं जुटा सके।

जरूरत थी ढेरों वोट्स की

इलेक्शन कमीशन के रूल्स के मुताबिक किसी कैंडीडेट को जमानत बचाने के लिए कुल पड़े वैध मतों के 1क्/म् वोट जुटाना जरूरी होता है। इस बार जबरदस्त पोलिंग हुई थी। क्7,म्भ्,9म्0 वोटों में से क्0,ख्8,7म्फ् वोट पड़े। लगभग दो हजार ने नोटा का उपयोग किया। इस तरह बनारस संसदीय सीट पर चुनाव लड़ रहे किसी भी कैंडीडेट को जमानत बचाने के लिए लगभग एक लाख सत्तर हजार वोटों की जरूरत थी। यह आंकड़ा पार करने वालों में बीजेपी के नरेन्द्र मोदी और आप के अरविंद केजरीवाल ही रहे। इनके अलावा कोई कैंडीडेट जमानत नहीं बचा सका। इसके चलते इन कैंडीडेट्स की चुनाव लड़ने के लिए जमा की गयी जमानत राशि जब्त कर ली जाएगी।

ब्ख् थे चुनाव मैदान में

लोकसभा चुनाव में बनारस संसदीय सीट पर इस बार ब्ख् कैंडीडेट्स अपनी किस्मत आजमा रहे थे। इनमें से फ्7 कैंडीडेट्स ऐसे रहे जो पांच हजार वोट भी नहीं जुटा सके। नरेन्द्र मोदी का वोट लाखों में पहुंचा। अरविंद केजरीवाल ने डेढ़ लाख वोटों का आंकड़ा पार किया। अजय राय, विजय प्रकाश जायसवाल और कैलाश चौरसिया भी अपने वोटों की गिनती को ब्0 हजार से ऊपर पहुंचाने में कामयाब रहे लेकिन एक लाख का आंकड़ा पार नहीं कर सके।