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-मुख्यमंत्री के आदेश पर शुरू कराई गई थी जांच

-तीन सदस्यों की जांच कमेटी ने पाई भारी गड़बड़ी

- बोर्ड ऑफिस ने लोकप्रिय इंटर कॉलेज को किया डिबार

मनोज बेदी

मेरठ : शिक्षा माफिया ने मोटी रकम लेकर हाईस्कूल और इंटर के ऐसे स्टूडेंट्स से एग्जाम फार्म भरवा दिए, जिनके पास मुकम्मल दस्तावेज भी नहीं थे। परतापुर के कांशी गांव में कुछ इसी तरह का मामला सामने आया। शिकायत पर शिक्षा विभाग ने जांच की तो बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई। अब पुलिस इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रही है।

ठगने का अरोप

शास्त्री नगर निवासी सौरभ शर्मा ने एसएसपी मंजिल सैनी को शिकायती पत्र सौंपा। उन्होंने आरोप लगाया कि बीते साल 2016-17 में परतापुर के कांशी गांव स्थित जहांआरा मेमोरियल इंटर कॉलेज से हाईस्कूल व इंटर परीक्षा में मोटी रकम लेकर पास कराने की गारंटी देते हुए प्राइवेट फार्म भरवाए गए थे। यही नहीं, इसी कॉलेज को सेल्फ सेंटर बनाया गया।

जांच कमेटी बनाई

यूपी बोर्ड उप सचिव मनोज कुमार ने बताया कि जहांआरा इंटर कॉलेज की मुख्यमंत्री से की गई शिकायत की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी, जिसमें सहायक सचिव रविंद्र पाल सिंह, अनिल शर्मा व सदाशिव मिश्रा को शामिल थे।

दूसरे स्कूल का सहारा

जांच अधिकारी रविंद्र पाल सिंह ने बताया कि जहांआरा इंटर कॉलेज प्राइवेट कॉलेज है। इसमें हाईस्कूल व इंटर स्टूडेंट्स के एग्जाम फार्म मोटी रकम लेकर लोकप्रिय इंटर कॉलेज सिवालखास से भरवाए गए थे, जिसमें काफी घोटाला सामने आया।

ऐसे हुआ घोटाला

जांच कमेटी के अध्यक्ष रविंद्र पाल ने बताया कि हाईस्कूल व इंटर के ऐसे परीक्षार्थियों के फॉर्म भरवा दिए गए, जो परीक्षा अधिनियम के अनुसार परीक्षा देने के योग्य नहीं थे। कई बच्चों का 9वीं और 11वीं में रजिस्ट्रेशन ही नहीं मिला। कई बच्चों के फर्जी मार्कशीट तक लगा रखी थी।

नाम भी नहीं मिले

कई फार्मो में फोटो गलत थी। फॉर्म और मार्कशीट के नाम आपस में नहीं मिल रहे थे। कई अन्य तरह की गड़बड़ी भी मिली। इस कारण सभी परीक्षार्थियों का परिणाम रोकते हुए उनके फॉर्म कैंसिल कर दिए गए। जांच समिति ने रिपोर्ट भेज दी है।

438- फॉर्म भरवाए गए

147- फॉर्म हाईस्कूल के थे

269- फॉर्म इंटर के थे

22 - फॉर्म सही पाए गए

वर्जन

जहांआरा इंटर कॉलेज में एडमिशन लेने वाले बच्चों के लोकप्रिय इंटर कॉलेज से फार्म भरवाए गए थे। फार्मो में काफी गड़बडि़यां सामने आई हैं। 416 परीक्षार्थियों का रिजल्ट रोकते हुए फार्मो को कैंसिल करने की संस्तुति कर दी गई है। कॉलेज को डिबार कर दिया गया।

-मनोज कुमार

उप सचिव, यूपी बोर्ड

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पूरे मामले की जांच एसपी क्राइम को सौंप दी गई है। जांच रिपोर्ट आने पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।

-मंजिल सैनी, एसएसपी मेरठ