- यूपी बोर्ड ने जीओ लोकेशन से कराई थी स्कूल्स की मैपिंग

- जिले के 422 स्कूल्स का डाटा निकला गलत, संशोधित करने के दिए गए निर्देश

GORAKHPUR: माध्यमिक शिक्षा परिषद ने जीओ लोकेशन मैपिंग के जरिए जिले के 422 इंटरमीडिएट स्कूल्स की चोरी पकड़ी है। मनमाफिक परीक्षा केंद्र बनवाने के लिए इन स्कूलेस ने दूरी घटा कर बोर्ड की वेबसाइट पर भेज दिया था। जांच में पकड़े जाने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को स्कूल्स की लिस्ट भेजकर संशोधित और सही दूरी भेजने के लिए कहा गया है।

परीक्षा केंद्र बनवाने को घटा दी दूरी

बोर्ड परीक्षा के केंद्रों में होने वाली धांधली रोकने के लिए यूपी बोर्ड ने इस बार जीओ के साथ करार करा एक एप तैयार कराया था। जिसके जरिए सभी प्रधानाचार्यो को स्कूल्स का डाटा और स्कूल की फोटो बोर्ड की वेबसाइट पर डालने का निर्देश दिया गया था। इस क्रम में कई स्कूल्स ने डाटा तो भेजा लेकिन मनमाफिक परीक्षा केंद्र बनवाने के चक्कर में स्कूल की दूरी घटा दी। बीते दिनों बोर्ड द्वारा स्कूल्स के डाटा और दूरी की जांच जीओ मैपिंग से कराई गई तो जिले के 422 स्कूल्स ऐसे निकले जिन्होंने नजदीक परीक्षा केंद्र बनवाने के लिए दूरी कम दिखा दी थी। जबकि बोर्ड ने पहले ही परीक्षा केंद्र बनाने का मानक तय कर दिया था। गड़बड़ी मिलने के बाद बोर्ड ने जिले के सभी स्कूल्स की लिस्ट और डाटा वापस भेजकर संशोधित और सही दूरी निर्धारित तिथि तक भेजने के लिए कहा है।

दूरी के लिए हैं तीन मानक

बोर्ड की ओर से परीक्षा केंद्र बनाने के लिए तीन मानक तय किए गए हैं। पहले मानक में स्कूल से परीक्षा केंद्र की दूरी पांच किमी की परिधि में हो। अगर इसके अंदर कोई स्कूल नहीं है तो दूसरे मानक में पांच से आठ किमी की परिधि में परीक्षा केंद्र हो। तीसरा मानक आप्शन के तौर पर दिया गया है कि अगर इसके अंदर भी कोई स्कूल नहीं है तो पांच से 11 किमी की परिधि के अंदर वाले स्कूल परीक्षा केंद्र बन सकते हैं।

बॉक्स

6 स्कूल्स ने भेज दी दूसरे की फोटो

जिले के छह स्कूल्स तो ऐसे हैं जिन्होंने अपने स्कूल से फोटो न भेजकर कुछ दूरी पर स्थित अन्य स्कूल के पास से फोटो खींचकर भेज दी है। जांच में पकड़े जाने पर बोर्ड ने इन स्कूल्स द्वारा भेजे गए डाटा और फोटो वापस कर बोर्ड प्रभारी से जांच करने और संशोधित डाटा भेजने का निर्देश दिया है।

वर्जन

जिलेभर के 422 स्कूल्स ने गलत डाटा भेजा था। बोर्ड के निर्देश पर इसे संशोधित किया जा रहा है। दो दिन में संशोधित सूची तैयार कर बोर्ड की वेबसाइट पर भेज दी जाएगी।

- प्रमोद कुमार, यूपी बोर्ड परीक्षा प्रभारी, गोरखपुर