नई वैकंसी और रिप्लेसमेंट दोनों में होगी हायरिंग

सर्वे में शामिल करीब 10.6 पर्सेंट कंपनियों का कहना है कि वे हायरिंग 25 से 30 पर्सेंट तक बढ़ाएंगी। 8 पर्सेंट कंपनियों का कहना है कि वे हायरिंग में 30 पर्सेंट तक बढ़ोतरी कर सकती हैं। 20.35 पर्सेंट कंपनियों ने कहा कि वे इस फिस्कल इयर के दौरान अपने कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ाएंगी। जीनियस कंसल्टेंट्स के चेयरमैन आर पी यादव ने कहा करीब 45.13 पर्सेंट रेस्पॉन्डेंट्स ने कहा कि वे नई वेकंसी और रिप्लेसमेंट दोनों मामलों में हायरिंग की जाएगी।

ऐट्रिशन के बदले की जाएगी रिप्लेसमेंट हायरिंग

करीब 21.24 पर्सेंट रेस्पॉन्डेंट्स ने कहा कि लगभग 18.58 पर्सेंट नई वेकंसी तैयार होंगी। रिप्लेसमेंट हायरिंग सिर्फ ऐट्रिशन के बदले की जाएगी। अलग-अलग सेक्टर्स के हायरिंग ट्रेंड को समझने के लिए हर साल यह सर्वे किया जाता है। सर्वे में शामिल 44.25 पर्सेंट कंपनियों ने कहा कि चार से आठ साल के एक्सपीरियंस वाले कर्मचारियों के लिए इस साल काफी मौके होंगे। वहीं 46.9 पर्सेंट संस्थानों के मुताबिक मौजूदा फिस्कल इयर में 5 से 10 पर्सेंट का नॉर्मल इंक्रिमेंट होगा।

ये होगा महिलाओं और पुरुषों का अनुपात

सर्वे के मुताबिक इस साल 68 पर्सेंट पुरुष और 32 पर्सेंट महिलाओं की हायरिंग होगी। करीब 38.05 पर्सेंट कंपनियों का कहना है कि इस साल ऐट्रिशन रेट 5 से 10 पर्सेंट रह सकता है। 52.21 पर्सेंट कंपनियों का कहना है कि जूनियर लेवल कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने के ज्यादा चांस हैं। रीजनल ट्रेंड्स के लिहाज से 46.9 पर्सेंट कंपनियों का कहना है कि सबसे ज्यादा हायरिंग दक्षिण भारत में होगी। उसके बाद उत्तर भारत, पश्चिम भारत और पूर्वी भारत का नंबर है। 64.6 पर्सेंट कंपनियों का कहना है कि अहम पदों पर हायरिंग से पहले कैंडिडेंट्स के बैकग्राउंड का वेरिफिकेशन किया जाएगा।

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