-चीफ सेक्रेटरी ने सोमवार को इनवेस्टर्स समिट की तैयारियों पर ली बैठक

-दो सालों में 20 हजार करोड़ रुपये के प्रस्तावों को दिया गया अंतिम रूप

देहरादून, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने सोमवार को सचिवालय में अक्टूबर में होने वाले इनवेस्टर्स समिट की तैयारियों के संबंध में बैठक की। जिसमें विभागों के निवेशकों के साथ एमओयू हस्ताक्षर करने की रणनीति व प्रगति पर चर्चा की गई। बताया गया कि 50 इंवेस्टेबल परियोजनाओं में से 43 परियोजनाएं बिल्कुल तैयार हैं। संबंधित विभागों से सहमति बन गई है। शेष 7 परियोजनाओं को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा।

उद्योगपतियों से रखें संपर्क

सीएम ने संबंधित विभागों को निवेश के लिए इच्छुक उद्योगपतियो से लगातार संपर्क बनाए रखने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि एमओयू की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। इसलिए निवेश के लायक परियोजनाओं पर हस्ताक्षर करवाएं। जीटूबी (गवर्नमेंट टू बिज़नेस) बैठक और रोड शो के दौरान जिन उद्योगपतियों ने उत्तराखंड में निवेश की रुचि प्रकट की थी। उनसे अवश्य संपर्क बनाए रखा जाए। हालांकि, निवेश के लिए बड़ी संख्या में उद्योगपतियों ने रुचि दिखाई है। अगले दो सालों में 20 हजार करोड़ रुपये के प्रस्तावों को अंतिम रूप दे दिया गया है।

बनाए गए हैं सात ग्रुप

बताया गया कि महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन, अडानी ग्रुप फ्लोटिंग सौर ऊर्जा, आईटीसी, रिलायंस और अन्य बड़ी कंपनियों के प्रस्ताव आये हैं। इसके लिए विभागीय सचिवों को जिम्मेदारी दी गयी है। इसके लिए सात ग्रुप बनाए गए हैं। बैठक में सभी विभागीय सचिवों से निवेश के प्रस्तावों पर विस्तार से चचार्1 हुई।

अधिकारियों को दिए दायित्व

दिलीप जावलकर : पर्यटन, आतिथ्य, रोपवे, पार्किंग, फि़ल्म शूटिंग, मनोरंजन और थीम पार्क का दायित्व

डी सेंथिल पांडियन और मीनाक्षी सुंदरम : कृषि, वानिकी, आर्गेनिक, खाद्य प्रसंस्करण, फ्लोरीकल्चर, हर्बल, सगंध पादप, डिस्टलरी, सहकारिता, पशुपालन, डेयरी और मत्स्य

आरके सुधांशु : आईटी, ग्रामीण बीपीओ और बायो टेक्नोलॉजी

नितेश झा : हेल्थ केयर, आयुष और वैलनेस, फार्मा, सीनियर सिटीजन लिविंग

भूपिंदर कौर औलख और डॉ। इकबाल अहमद : -शिक्षा और कौशल विकास, स्टार्टअप इनोवेशन

मनीषा पंवार : मैन्यूफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल, एफएमसीजी, टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग, प्लास्टिक, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक, वन आधारित उद्योग,

ओम प्रकाश, आनंद बर्धन, राधिका झा : टेलीकम, कनेक्टिविटी, ट्रांसपोर्ट और अन्य लॉजिस्टिक