RANCHI : मौसम ने मंगलवार दोपहर बाद कुछ इस कदर करवट ली कि मई महीने में ओला बारिश का पिछले 40 सालों का रिकॉर्ड टूट गया। 1975 के बाद पहली बार मई में 50 एमएम के ओले गिरे। शाम पांच बजे से करीब एक घंटे तक हुई बारिश में जमकर ओले बरसे। मौसम विभाग के अधिकारी उपेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि इस दौरान करीब 47 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, वहीं 65 किमी की रतार से हवाएं बह थी। तेज हवा-बारिश व ओले गिरने से बड़े पैमाने पर नुकसान होने की बात सामने आई है।

डेढ़ से दौ सौ ग्राम के गिरे ओले

दो घंटे की बारिश के दौरान करीब डेढ़ से दौ सौ ग्राम तक के ओले बरसे। ओले गिरने से कच्चे घरों व फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। इस वजह से सड़क के किनारे खड़े कई वाहनों के शीशे तक फूट गए।

सॉटलाइन का असर

मौसम विाग के अधिकारी उपेंद्र श्रीवास्तव के मुताबिक, वेस्ट बंगाल और ओडि़शा में बने सॉटलाइन बना हुआ है। आगे भी कुछ दिनों तक ऐसा मौसम बना रहेगा। वैसे मंगलवार की शाम तेज बारिश की वजह पूरी तरह लोकल डेवलपमेंट थी। दूसरी तरह, मौसम विज्ञानी डॉ नीतिश प्रियदर्शी का कहना है तापमान में ज्यादा अंतर होने की वजह से बारिश के साथ ओले बरसे हैं। हर साल अप्रैल में ऐसा मौसम देखने को मिलता है, पर इस साल मई में मॉनसून से पहले ऐसा देखने को मिला। झारखंड में 10-12 जून के बीच मॉनसून दस्तक दे सकती है।

अबतक 150 एमएम बारिश

इस साल अबतक रांची में 150 मिमी बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। जनवरी में जहां 20. 08 एमएम बारिश हुई थी, वहीं मार्च में 22.6 मिमी, अप्रैल में 70 एमएम और 12 मई तक करीब 50 मिमी बारिश हो चुकी है। दूसरी तरफ पिछले साल फरवरी 71.08, मार्च में 38 एमएम, अप्रैल 12.08 और मई में 72 एमएम बारिश हुई थी।