संस्थाओं ने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती पर अर्पित किए श्रद्धा सुमन

ALLAHABAD: मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पित करने वाले वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 477 वीं जयंती पर सोमवार को सिटी में विभिन्न प्रोग्राम के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। उनके शौर्य गाथा पर विस्तार से चर्चा हुई।

पूर्व गवर्नर भी हुए शामिल

अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की ओर से महाराणा प्रताप की जयंती धूमधाम से मनायी गई। प्रोग्राम के चीफ गेस्ट पूर्व राज्यपाल राजस्थान व गुजरात जस्टिस अंशुमान सिंह रहे। राणा प्रताप की प्रतिमा के समक्ष आयोजित प्रोग्राम में उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप ने स्वाभिमान एवं सम्मान की रक्षा के लिए जीवन पर्यन्त मुगल बादशाह अकबर से लड़ाई लड़ी। 20 वर्षो तक जंगल व अरावली पर्वत के शिलाखण्डों में रहकर मेवाड़ रियासत की लड़ाई लड़ते रहे। राणा प्रताप से बड़ा कोई समाजवादी हिन्दुस्तान के इतिहास में नहीं हुआ। अध्यक्षता करते हुए डॉ। यूपी सिंह व पूर्व मंत्री डॉ। नरेन्द्र सिंह गौर कहा कि म्योहाल चौराहे पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा राष्ट्र की अस्मिता एवं सम्मान का प्रतीक है। राष्ट्रीय युवा क्रांतिकारी मोर्चा, प्रगतिशील किसान समिति, महाराणा प्रताप जयंती आयोजन समिति की ओर से भी महाराणा प्रताप की जयंती मनायी गई। इलाहाबाद पब्लिक स्कूल में निदेशक राजीव मिश्र ने महाराणा प्रताप की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। उन्होंने छात्रों को महाराणा प्रताप की शौर्यगाथा के बारे में विस्तार से बताया गया। प्रिंसिपल अमिता समेत अन्य टीचर्स मौजूद रहे।