RANCHI : राज्य में पिछले दो महीने के अंदर पुलिस फायरिंग की तीन घटनाओं में सात लोगों की मौत के विरोध में सोमवार को सर्वदलीय संघर्ष मोर्चा के झारखंड बंद का मिला जुला असर रहा। कुछ इलाकों में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर बंद शांतिपूर्ण रहा। बंद के समर्थन में सड़क पर उतरे झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय, जनता दल यूनाईटेड के प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर महतो, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व राज्य सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता, सुरेश पासवान, मासस विधायक अरुप चटर्जी, कांग्रेस विधायक बादल पत्रलेख समेत 4989 समर्थकों पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया था। झामुमो ने बंद को नैतिक समर्थन दिया था।
नहीं चली गाडि़यां, स्कूल बंद
विपक्षी दलों के झारखंड बंद को देखते हुए राजधानी से लंबी दूरी के लिए वाहन नहीं चले, जबकि शहर में नाममात्र के ही ऑटो चल रहे थे। पहली बेला में ज्यादातर दुकानें बंद थी, जबकि तमाम प्राइवेट स्कूलों ने पहले ही छुट्टी की घोषणा कर दी थी। हालांकि, बैंक-पोस्ट ऑफिस खुले रहे, पर नाममात्र के ही लोग यहां काम के सिलसिले में नजर आए। बंद समर्थकों से निपटने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
सुरक्षा के थे पुख्ता इंतजाम
झारखंड बंद के मद्देनजर पुलिस हेडक्वार्टर ने सभी जिलों के एसपी को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए थे। बंद समर्थकों से निपटने के लिए पूरे राज्य में 20 हजार से अधिक जवान तैनात किये गए थे। प्रमुख सड़कों पर पुलिस लगातार गश्त कर रही थी। चौक-चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती के साथ टाइगर मोबाइल और पीसीआर टीम पूरी तरह सतर्क थी। इस दौरान सिर्फ रांची में ही अतिरिक्त एक हजार जवान और मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे। बंद को लेकर डीसी व एसपी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे थे।
कहां बंद का क्या रहा असर
रांची
सुबह से ही बंद समर्थक निकले सड़कों पर। दुकानों व प्रतिष्ठानों को बंद कराने का प्रयास। नहीं चले लंबी दूरी के वाहन। ऑफिसेज में रही कम उपस्थिति। प्राइवेट स्कूल रहे बंद। नाममात्र के ऑटो चलने से लोग हुए परेशान।
रामगढ़
विपक्षी दलों के सैकड़ों कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और रांची-पटना एनएच33 को घंटों रखा जाम
दुमका
बंद समर्थकों ने दुमका-गोड्डा मुख्य मार्ग को किया जाम। नहीं चले लंबी दूरी के वाहन।
खूंटी
मुरहू के बिन्दा में ग्रामीणों ने रांची-चाईबासा पथ को घंटों तक जाम रखा। वाहनों का परिचालन रहा ठप। दुकानें बंद।
बोकारो
बंद समर्थकों ने कई इलाकों में मचाता उत्पात। पुलिस के साथ झड़प। आगजनी की भी घटनाएं। 20 लिए गए हिरासत में।
धनबाद
धनबाद -बाघमारा कपुरिया में झारखंड बंद के दौरान पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो समेत दर्जनों समर्थक हिरासत में लिए गए।
कोडरमा
बंद समर्थको ने एनएच -31 को जाम कर दिया। पूर्व मंत्री व राजद नेता अन्नपूर्णा देवी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर जताया विरोध-प्रदर्शन। रांची-कोडरमा-पटना रुट पर नहीं चले वाहन
देवघर
झारखण्ड बंद का देवघर में व्यापक असर। दुकानें बंद रही। नहीं चले वाहन। सड़कों पर उतरे सैकड़ों बंद समर्थक।
कौन कहां से किए गए गिरफ्तार
सुबोधकांत सहाय- पूर्व केंद्रीय मंत्री
बाबूलाल मरांडी- पूर्व सीएम, रांची
बन्ना गुप्ता- पूर्व मंत्री जमशेदपुर
अरुप चटर्जी- निरसा विधायक
बंधु तिर्की-- पूर्व मंत्री
भुवनेश्वर प्रसाद मेहता- पूर्व सांसद
जर्नादन पासवान पूर्व विधायक
राजेश रंजन पूर्व विधायक
मनोज यादव- विधायक बरही
इरफान अंसारी-विधायक जामताड़ा
गीताश्री उरांव.- पूर्व मंत्री
बंद समर्थकों की मांगें
- रामगढ़ के गोला, हजारीबाग के बड़कागांव स्थित चिरुडीह और सैको पुलिस फायरिंग मामले की हो न्यायिक जांच
सीएनटी-एसपीटी एक्ट के संशोधन प्रस्ताव को वापस ले सरकार
-हजारीबाग, बुंडू और जामताड़ात में पुलिस कस्टडी में हुई मौत के दोषी अफसरों को दंडित किया जाए
-वन भूमि-गैर मजरुआ जमीन की बंदोबस्ती रद करने का फैसला वापस हो