RANCHI(3 न्श्चह्म.): रांची के मोबाइल कंज्यूमर्स के लिए गुड न्यूज है। अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा, तो यहां के लोगों को जून महीने से 4 जी सर्विस का लाभ मिलना तय है। 28 मार्च को ही देश भर में 4 जी सर्विस के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी हुई। इसमें मोबाइल सर्विस मुहैया कराने वाली प्रमुख कंपनियों को 4 जी सेवा शुरू करने का लाइसेंस मिला, लेकिन इसके पहले ही रांची में इस सर्विस को लेकर काम शुरू हो चुका है। रिलायंस जियो अपनी बहुप्रतीक्षित 4 जी सर्विस के लिए रांची में कई महीने पहले से ही काम शुरू कर चुकी है। इस कंपनी के टॉवर लगने से लेकर जो दूसरे जरूरी काम होते हैं, वे काफी पहले से ही चल रहे हैं। रिलायंस जियो सर्विस पूरे रांची के अपने कंज्यूमर्स को सेवा देगी।

मुख्य सचिव के पास गई है फाइल

4 जी सर्विस के संबंध में रिलायंस कम्युनिकेशन के अधिकारियों का कहना है कि रांची में 4 जी सर्विस शुरू करने के लिए झारखंड सरकार के मुख्य सचिव के पास फाइल भेजी गई है। इसके साथ ही गृह सचिव से लेकर दूसरे जो अधिकारी हैं, उनके पास भी फाइल गई है। जून तक यह सर्विस शुरू हो जाएगी।

प्रोजेक्ट भवन से शुरू होगी 4जी सर्विस

रांची में 4 जी सर्विस से सबसे पहले झारखंड सरकार के मंत्रालय प्रोजेक्ट भवन और नेपाल हाउस को जोड़ा जाएगा। इसके बाद यह सर्विस रांची में आम लोगों के लिए उपलब्ध करा दी जाएगी।

बढ़ेगी इंटरनेट स्पीड, सस्ती मिलेगी सेवा

4 जी सर्विस के लिए लाइसेंस हासिल करने वाली कंपनियों में अधिक से अधिक कंज्यूमर्स को अपने साथ जोड़े रखने की होड़ सी मचने वाली है। महंगे स्पेक्ट्रम को लेकर कंपनियों ने इंटरनेट पर दांव लगाना भी शुरू कर दिया है। इस कारण डाटा में प्राइस वार छिड़नी तय है। इसका फायदा कंज्यूमर्स को ही मिलेगा। रिलायंस की 4 जी सर्विस से रांची में जुड़े उसके अधिकारी का कहना है कि वे लोग छह महीने पहले से ही रांची और इसके आसपास के कंज्यूमर्स को 4 जी सर्विस देने की तैयारी कर चुके हैं। 28 मार्च को ही रिलायंस कम्युनिकेशन को देश भर में 4 जी सर्विस शुरू करने का अधिकार भी हासिल हो गया है। ऐसे में अब जल्द से जल्द रांची में यह सर्विस शुरू हो जाएगी।

क्या है 4 जी (फोर योर इंफॉर्मेशन का लोगो)

मोबाइल इवोल्यूशन यानी मोबाइल नेटवर्क के विकास के फोर्थ जेनरेशन का नाम है 4जी। यह अब तक के मोबाइल नेटवर्क की सबसे लेटेस्ट तकनीक है।

क्या होगा फायदा

4जी की वायरलेस तकनीक के कारण डाटा डाउनलोड करने की स्पीड एक हजार गुनी बढ़ जाएगी

इसमें टीवी और विडियो ब्राडकास्टिंग भी संभव होगा।

सुपर हाई स्पीड, इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद लोगों के बीच हाई रिजोल्यूशन वीडियो कांन्फ्रेसिंग

टीवी प्रोग्राम का मोबाइल पर प्रसारण

सुपरफास्ट मल्टी यूजर गेमिंग

आसान होगी मल्टीमीडिया

ग्लोबल रोमिंग सर्विस बेहतर होगी

मोबाइल पर देख पाएंगे मूवी (बॉक्स)

4 जी में स्पीड 100 एमबीपीएस तक जाती है, यानी इसमें आप एक हाई डेफिनेशन फिल्म को तीन मिनट से पांच मिनट में डाउनलोड कर सकते हैं। 3 जी में जो डाउनलोड करने में 30 मिनट लगते हैं, वहीं चीज 4 जी में 3 मिनट में डाउनलोड हो जाएगा।

क्या है जी का फंडा (डू यू नो का लोगो)

जी का मतलब मोबाइल नेटवर्क में जेनरेशन होता है। भारत में सबसे पहल 1 जी की शुरुआत हुई।

1 जी- साल 1980 के दशक में ऐनलॉग ट्रांसमिशन टेक्नोलॉजी, वायरलेस डेटा ट्रांसमिशन जैसा कुछ नहीं था। ऐसे में 1 जी की शुरुआत हुई।

2 जी- इसके बाद साल 1991 में आई। डिजिटल क्रांति की वजह से डिजिटल ट्रांसमिशन टेक्नोलॉजी से वायरलेस डेटा ट्रांसमिट करना संभव हुआ। इससे एसएमएस और एमएमएस करना संभव हुआ।

3 जी- 2004-05 के दौरान तेज रफ्तार डिजिटल ब्राडबैंड डेटा सर्विस शुरू हुई। इसमें डेटा ट्रांसमिशन स्पीड पहले से बेहतर हुई।

अब 4 जी दस्तक देने जा रहा है। इसमें स्पीड 100 एमबीपीएस हो जाएगी।