PATNA : दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की खबर पर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मोहर लगा दी है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने चार मई को 'अगर सीएनजी से चलते वाहन तो 13 प्रतिशत घट जाता वायु प्रदूषण' शीर्षक से खबर छापा था। सोमवार को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में निर्णय लिया गया कि वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए पटना में पांच सीएनजी स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। साथ ही 15 साल से पुरानी गाडि़यां भीं नहीं चलेंगी।

अब पेट्रोल पंप पर होगी वाहनों के प्रदूषण की नियमित जांच

उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद, पर्यावरण एवं वन विभाग, परिवहन विभाग, उद्योग विभाग व नगर विकास एवं आवास विभाग के पदाधिकारीगण, पटना के जिला पदाधिकारी, पटना नगर निगम के आयुक्त एवं अन्य अफसर शामिल हुए। इसमें पटना को प्रदूषण से बचाने को लेकर कई अहम बिंदुओं पर प्लान तैयार किया गया है। डिप्टी सीएम ने कहा कि पटना के सभी पेट्रोल पपों पर प्रदूषण जांच केन्द्र स्थापित कर नियमित रूप से वाहनों का प्रदूषण जांच किया जाएगा।

फिटनेस में फेल तो नहीं चलेगी गाड़ी

डिप्टी सीएम ने कहा कि पटना में वाहनों को सीएनजी से चलाने की व्यवस्था की जा रही है। पहले चरण में बसों को शामिल किया जाएगा। बड़ा एक्शन प्लान बताते हुए उन्होंने कहा कि 15 वर्ष से पुराने वाहनों के परिचालन को नियंत्रित किया जाएगा जिससे प्रदूषण पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके। इसके लिए

फिटनेस जांच कराई जाएगी और इसमें फेल होने वाले वाहनों को परमिट ही नहीं जारी किया जाएगा। ऐसे वाहनों को चलाने से प्रदूषण का स्तर बढ़ता है और इसे रोकने में बड़ी मदद मिलेगी।

नाम हुआ बदनाम तो चेती सरकार

प्रदूषण को लेकर जब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सर्वे किया और पटना के प्रदूषण स्तर का खुलासा किया तो सरकार भी गंभीर हो गई। काफी दिनों से ठंडे बस्ते में बंद प्लान को उसे फिर एक्टिव किया गया है। हर पेट्रोल पंप पर प्रदूषण जांच केंद्र स्थापित किए जाने का प्लान भी राज्य सरकार ने काफी पहले बनाया था लेकिन इस पर कोई काम शुरू नहीं हो सका था। अब जब पटना का नाम पूरे देश में बदनाम हुआ तो सरकार ने फिर इस पर काम शुरू कर दिया है।