- नीतीश गिरोह के पांच गुर्गे हुए अरेस्ट, लंबे समय से इनकी तलाश

PATNA : रेलवे के ठेकेदारों के बीच आतंक का पर्याय बन चुके नीतीश गिरोह के पांच गुर्गे को पटना पुलिस की टीम ने अरेस्ट कर लिया है। इसमें कुख्यात कल्लू पासवान उर्फ चूरामण पासवान (बेगमपुर, पटना सिटी भी शामिल है। पुलिस ने विजय उर्फ कलयुग चौधरी (डुमरी, फतुहा), मुकेश कुमार (सुकुलपुर, फतुहा), मदन कुमार (हनुमाननगर, पटना) और मदन प्रसाद (माया बिगहा, मसौढ़ी) को भी अरेस्ट किया। इनके पास से पुलिस ने भ् लोडेड फ्.क्भ् बोर की देशी पिस्टल, 8 कारतूस, .फ्क्भ् बोर का एक खोखा, क्ख् मोबाइल और फ्म् हजार ख्00 रुपए कैश बरामद किया। दरअसल, एसएसपी मनु महाराज को फतुहा के दौलतपुर एरिया में फोर लेन के पास कुछ क्रिमिनल्स के जुटने का इंफॅारमेशन मिली, जो रेलवे के ठेकेदारों से रंगदारी वसूलने व क्राइम की बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसके बाद ही सिटी एसपी जयंतकांत के नेतृत्व में फतुहा के एसडीपीओ अनोज कुमार व एसएचओ ने रेड किया और घेराबंदी कर सभी को अरेस्ट कर लिया। रेल पुलिस को भी इनकी लंबे टाईम से तलाश थी।

फतुहा और बख्तियारपुर में किया था मर्डर

गिरोह का मेन सरगना नीतीश तो फरार है, पर गिरोह में हैसियत रखने वाले कल्लू की अरेस्टिंग से पुलिस को काफी हेल्प मिली। करीब दो महीने पहले कल्लू ने ही रेलवे के ठेकदार शिव राय को फतुहा में गोली मारी थी। इसके पहले बख्तियारपुर में भी वह रेलवे के ही ठेकेदार को टपका चुका है। कल्लू ने तीसरा निशाना भी बख्तियारपुर स्टेशन पर ठेकेदारी करने वाले गौरी यादव को बनाया, पर वह बच गया। एसएसपी ने बताया कि 7 अप्रैल को इसी गिरोह ने फतुहा में हाईवे पर लूट की वारदात को अंजाम दिया था।

दो की मौके पर ही हुई थी मौत

कल्लू ने अपने गुर्गो के साथ मिलकर रेलवे के जिन ठेकेदारों पर गोलियां बरसाई उनमें से दो की डेथ मौके पर ही गई थी, जबकि एक बच गया था। तीनों को 7-7 गोलियां मारी गई थी। हालांकि 7 गोलियां खाने के बाद भी गौरी यादव की जान बच गई। कल्लू के खिलाफ मालसलामी, चौक, फतुहा और पटना रेल थाना में पहले से ही कई एफआईआर दर्ज हैं। लंबे टाईम तक वह जेल में रह चुका है।