- पुलिस पर उलटा फंसाने का आरोप भी मढ़ा

- भुक्तभोगियों ने एसएसपी से मिलकर की शिकायत

LUCKNOW: गुडंबा एरिया में एक पीसीएस ऑफिसर द्वारा मजदूरों की लाखों रुपये मजदूरी डकारने का मामला सामने आया है। आरोप है कि पीसीएस ऑफिसर ने मजदूरी मांगने पर खुद को डीएम बताकर भुक्तभोगियों को धमका कार भगा दिया और जब वे इस मामले की शिकायत लेकर गुडंबा थाने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें ही उलटा फंसा दिया। किसान यूनियन के पदाधिकारियों के साथ भुक्तभोगियों ने शुक्रवार को एसएसपी से मिलकर बकाया भुगतान कराने और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।

स्क्वायर फीट के हिसाब से तय हुआ था रेट

सीतापुर रोड स्थित हरि विहार कॉलोनी निवासी राजकुमार मौर्य के मुताबिक, वह फ्7 मजदूरों के साथ सेक्टर जी, जानकीपुरम निवासी सोनकुमार के निर्माणाधीन बंगले पर काम करता था। उसने बताया कि सोनकुमार ने उसे मकान में पॉलिश, पुट्टी, वॉलपुट्टी, ग्रिल आदि में पेंट का काम स्क्वायर फीट के हिसाब से रेट तय कर दिया था। जिसके बाद उन लोगों ने क्भ् मार्च ख्0क्क् को काम शुरू किया। उसने बताया कि पूरे काम की मजदूरी 7.म्9 लाख रुपये बनी थी, जिसके एवज में सोनकुमार ने उसे कई किश्तों में कुल ख्.08 लाख रुपये का भुगतान कर दिया। राजकुमार ने बताया कि जब काम खत्म होने पर उसने बकाया रकम मांगी तो सोनकुमार ने खुद को डीएम बताते हुए उसे धमकी देकर भगा दिया।

पुलिस ने भी कर दी पिटाई

राजकुमार ने बताया कि वह इसकी शिकायत लेकर उस वक्त गुडंबा थाने गया लेकिन तत्कालीन एसओ ने उसे उलटा इलजाम लगाकर थाने में रात भर बंद रखा और उसकी पिटाई भी की। इसके बाद थाने में तैनात एसआई कुंवर बहादुर सिंह ने उसे रकम दिलाने का वायदा किया लेकिन वह भी उसे दो साल तक दौड़ाता रहा। जिसके बाद भुक्तभोगी राजकुमार ने अपने मजदूर साथियों व भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने एसएसपी प्रवीण कुमार से मिलकर पूरे मामले की शिकायत की।