सोते भाई पर संभल से किया दर्दनाक हमला

जमाना जितना हाईटेक हो रहा है लोग उतने ही शॉर्ट टेम्पर्ड होते जा रहे हैं। मामूली सी बात पर दूसरे तो क्या अपने ही सगे-संबंधियों का खून बहाने को तैयार हैं। आंवला के रमनगरा गांव में एक ऐसा ही मामला सामने आया। सैटरडे रात एक बड़े भाई ने छोटे भाई की बेदर्दी से हत्या कर दी। सोते समय उसे संभल मारकर मौत के घाट उतार दिया। फिर मौके से भाग गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। बड़े भाई की तलाश के साथ जांच भी जारी है।

शराब पीने से मना किया था

मृतक की पहचान 27 वर्षीय महावीर गांव में अपने परिवार के साथ रह रहा था। साथ में बड़ा भाई महेंद्र, मां सिताबो और पत्नी तुलसा रहती थी। पिता पोशाकी लाल की मौत हो चुकी है। मां बीमार रहती है। पिता की मौत के बाद से ही महावीर ने घर की सारी जिम्मेदारी संभाल रखी थी। पुलिस ने बताया कि महेंद्र को शराब और बीड़ी पीने की आदत थी। इसी को लेकर भाइयों में कहासुनी हुई थी। महेंद्र ने भाई महावीर से 5 रुपए मांगे। उसने बड़े भाई को पैसे देने से मना कर दिया और ये आदतें छोडऩे के लिए कहा। इसी से नाराज महेंद्र ने महावीर को मार डाला।

भाई की खातिर नहीं की शादी

गांव में किसी को यकीन नहीं हो रहा कि महेंद्र ने महावीर को मार डाला। दोनों के बीच बहुत प्यार था। छोटे भाई की खातिर महेंद्र ने शादी भी नहीं की थी। वह उसे प्यार से लल्ला कहता था। दोनों भाई साथ रहते थे और अपनी खेती का काम देखते थे। 2004 में महावीर की शादी सिरौली थाना की गुलडिय़ा निवासी तुलसा से हुई थी। महेंद्र ने अपने भाई की शादी धूमधाम से करवाई थी। गांववालों का कहना है कि दोनों भाइयों में काफी प्यार था। दोनों साथ ही साथ रहते थे। गांव के ही भजनलाल ने बताया कि दोनों भाइयों के बीच शाम को किसी मामूली बात पर झगड़ा हो गया था। उसके बाद महेंद्र छत के ऊपर सोने चला गया तथा महावीर नीचे आंगन में सो गया।

संभल से मारा

पुलिस के मुताबिक, रात 9:30 बजे महेंद्र ने गुस्से में आकर नीचे सो रहे भाई महावीर के सिर पर संभल से हमला कर दिया। गंभीर चोट लगने से महावीर की मौके पर ही मौत हो गई। मामले की जानकारी पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस की शुरुआती जांच से यही बात पता चली है कि दोनों भाइयों के बीच अक्सर शराब को लेकर झगड़ा होता था। उस दिन भी महावीर ने अपने बड़े भाई महेंद्र को इसीलिए पैसे देने से मना कर दिया था। यही बात महावीर को बुरी लग गई और उसने गुस्से में आकर अपने भाई की हत्या कर दी। वारदात के बाद से आरोपी भाई भागा हुआ है।

आरोपी बेटा अभी भी नहीं पकड़ा गया

मीरगंज थाना क्षेत्र के खमरिया आजमनगर में बुजुर्ग की गोली लगने से मौत के मामले में आरोपी बेटा अभी भी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाकर इधर-उधर हाथ पैर मार रही है। सैटरडे को देसी कट्टे से गोली चलने से रामेश्वर दयाल की मौत हो गई थी। गोली बेटे राजेश उर्फ राजू से चली थी। मामले में सामने आया था कि दोपहर में बाप-बेटे के बीच मेंथा को लेकर झगड़ा हुआ था जिसके बाद शराब के नशे में बेटे ने पिता को गोली मार दी थी लेकिन छोटे भाई नरेश ने पुलिस को लिखकर दिया था कि उसके भाई से गलती से गोली चली थी.  गोली कैसे चली और देसी कट्टा कहां से आया? फिलहाल इस बारे में आरोपी बेटे राजू की गिरफ्तारी के बाद ही पता चल सकेगा।

मामूली कहासुनी के बाद बड़े भाई ने छोटे भाई की संभल मारकर हत्या कर दी। आरोपी भाई भागा हुआ है। केस रजिस्टर कर आरोपी भाई की तलाश की जा रही है।

-विनय कुमार यादव, एसपी रूरल