- कम हो रही बुकिंग, सात से आठ दिन का है बैकलॉग

- पुराने बुक किए सिलेंडर लेने पड़ रहे नए कोटे में

- शहरवासियों को रसोई गैस के लिए काटने पड़ रहे चक्कर

DEHRADUN : मार्च में सब्सिडी के सिलेंडर लेने के दबाव के कारण एजेंसियों पर हो भीड़ अब छट गई है, लेकिन फिर भी दून में रसोई गैस का बैकलॉग कम नहीं हो रहा है। ऐसे में अप्रैल में आसानी से सिलेंडर मिलने के भरोसे बैठे शहरवासियों को भी एजेंसियों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।

भ्0 हजार के पार बैकलॉग

रसोई गैस के हिसाब से बात करें तो नया वित्त वर्ष शुरू हुए पांच दिन हो गए हैं, लेकिन गैस एजेंसियों पर कोई राहत अब तक नजर नहीं आ रही है। क्योंकि इन दिनों भी शहर की ख्7 गैस एजेंसियों पर इस वक्त बैकलॉग भ्0 हजार के पार चल रहा है। ऐसे में तेल कंपनियों के ब्8 घंटे के भीतर सिलेंडर की डिलीवरी के दावे की नए वित्त वर्ष में हवा निकल गई है। इन दिनों लोगों को बुकिंग के बाद सात से आठ दिन तक रसोई गैस लेने के लिए इंतजार करना पड़ा रहा है। गैस एजेंसी संचालकों की माने तो एरिया गोदामों से गैस कम आने के कारण यह परेशानी बनी हुई है, लेकिन इस परेशानी से अभी घरों में गैस की समस्या कम नहीं होने का नाम नहीं ले रही है।

पुरानी बुकिंग भी नए कोटे में

दून में मार्च में बैकलॉग काफी बढ़े रहने के कारण मार्च के आखिरी दस दिन में जिन लोगों ने सब्सिडी सिलेंडर लेने की आस में बुकिंग कराई थी, उन्हें भी अब नए वित्त की सब्सिडी का सिलेंडर डिलीवर किया जा रहा है।

गैस की बुकिंग काफी हद तक कम हो गई है, लेकिन अभी भी पुराना बैकलॉग पूरा नहीं हो सका है। इस वक्त छह से सात दिन का बैकलॉग चल रहा है। इसे जल्द दूर करने की कोशिश की जा रही है।

- चमनलाल, अध्यक्ष,

दून एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन।