दैनिक जागरण आई एक्सक्लूसिव

-1 साल के अंदर फिर गड्ढों में समा गया शहर, बारिश होते ही सड़कों पर भरे गए गड्ढे होने लगे प्रकट

-गड्ढों में गिरकर राहगीर हो रहे चुटहिल, शहर में 200 से ज्यादा सड़कें की गई थीं गड्ढा मुक्त

-खुदाई के बाद खुले छोड़ दिए गए गड्ढे, शहर की दर्जनों सड़कें हो चुकी हैं खतरनाक

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KANPUR : शहर एक बार फिर गड्ढों में है। इसमें रोजाना राहगीर गिरकर घायल हो रहे हैं। वहीं कई मौत के आगोश में भी समा चुके हैं। हकीकत ये है कि बारिश के मौसम में सड़कों पर चलना किसी जोखिम से कम नहीं है। पूरी बरसात तक कानपुराइट्स को यह मुश्किलें झेलनी होंगी, क्योंकि गड्ढे अब बारिश के बाद ही भरे जाएंगे। हैरानी इस बात की है कि जून 2017 में शहर में नगर निगम, केडीए, पीडब्ल्यूडी, मंडी परिषद और आवास विकास ने लगभग 50 करोड़ रुपए की लागत से 200 से ज्यादा सड़कों को गड्ढामुक्त किया था, लेकिन बारिश में यह गड्ढे फिर से प्रकट होने लगे हैं। वहीं टेलीकॉम कंपनियों द्वारा की जा रही बेतरतीब खुदाई ने भी सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे कर दिए हैं, जो मुश्किलों को और बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा खुले मेनहोल मौत को दावत दे रहे हैं। हाल ही में इस लापरवाही से एक बच्चे की मौत हो चुकी है।

यह सड़कें हुई खतरनाक

शहर में बारिश के दौरान दर्जनों सड़कें इस कदर खतरनाक हो चुकी हैं कि इनमें से सही सलामत गुजर जाना बड़ी बात होती है। आर्य नगर चौराहे से बेनाझाबर तक, कंपनी बाग चौराहा, स्वरूप नगर, अशोक नगर, आर्य नगर, शास्त्री नगर, रावतपुर चौराहे से डबल पुलिया रोड, कल्याणपुर रोड सहित दर्जनों सड़कें ऐसी हैं, जिसमें कई बड़े गड्ढे हैं। यही नहीं बारिश में इन सड़कों में पानी भरने से यह सड़कें और भी ज्यादा खतरनाक हो जाती हैं।

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करोड़ों बह गए बारिश में

शहर में पिछले साल गड्ढामुक्त अभियान चलाया गया था, इस दौरान शहर में 50 करोड़ से ज्यादा की रकम को गड्ढामुक्त किया गया था। लगभग 244 किमी। सड़कों को गड्ढा मुक्त किया गया था। इसमें मंडी परिषद ने 84.91 किमी., पीडब्ल्यूडी ने 28 सड़कें, केडीए ने 9 सड़कें, नगर निगम ने 132 सड़कें और आवास विकास द्वारा 4.1 किमी। के बराबर सड़कों को गड्ढा मुक्त किया गया था। इसकी सत्यता की जांच के लिए हाल ही में सीएम योगी आदित्यनाथ ने शासन स्तर पर जांच के आदेश भी दिए हैं। इससे विभागीय अधिकारियों के होश उड़ गए हैं।

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प्रमुख घटनाएं

-विजय नगर में धंसी सड़क में ई-रिक्शा गिरने से 3 लोग हुए घायल।

-साकेत नगर में खुल गड्ढे में गिरकर 2 लोग घायल हो चुके हैं।

-न्यू शिवली रोड पर एक साइड सड़क धंसने से टेंपो पलटा, 5 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

-हाल ही में वीआईपी रोड पर खुदाई के बाद बने गड्ढे में बाइक सवार दंपत्ति घायल हो गए थे।

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अधूरी सड़कों ने बढ़ाई मुश्किलें

-नमक फैक्ट्री चौराहे से 9 नंबर क्रॉसिंग तक।

-शारदा नगर से दादा नगर तक।

-कल्याणपुर से पनकी रोड 4 किमी। एरिया।

-शास्त्री चौक से सचान गेस्ट हाउस तक।

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खुले मेनहोल बढ़ा रहे मुश्किलें

फजलगंज, सर्वोदय नगर, शास्त्री नगर, बर्रा विश्वबैंक, किदवई नगर, इनकम टैक्स कॉलोनी, गड़रिया मोहाल सहित अन्य इलाके।

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धंसी सड़कें दे रही हैं दर्द

-वीआईपी रोड

-मैकरॉबर्टगंज रोड

-राघवेंद्र स्वरूप चौराहा

-चुन्नीगंज चौराहा

-नवाबगंज रोड

-मेघदूत तिराहे से फूलबाग रोड किनारे

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इतने करोड़ से सड़कें हुई थी गड्ढा मुक्त

विभाग गड्ढा मुक्त सड़क बजट

केडीए 24 किमी। 5 करोड़

नगर निगम 80.89 किमी। 25 करोड़

आवास विकास 4.1 किमी। 2 करोड़

मंडी परिषद 84.91 किमी। 9.96 करोड़

पीडब्ल्यूडी 22 किमी। 8 करोड़

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गड्ढे में गिरकर मौत पर एफआईआर

पिछले दिनों गुरुदेव चौराहे के पास खुले मेनहोल में गिरकर हुई बच्चे की मौत पर कल्याणपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई। मेनहोल बीएसएनएल से संबंधित है। बीएसएनएल द्वारा कार्य किए जाने के बाद उसे ढक्कन से कवर नहीं गया था। मामले में पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन एसपी ओझा ने कल्याणपुर थाने में बीएसएनएल विभाग के लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ तहरीर दी है, जिसके बाद थर्सडे को एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

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नाला धंसने से यूरिनल बहा

गुजैनी के पास नाला धंसने से पास में बना यूरिनल टूटकर नाले में समा गया। थर्सडे को तेज बारिश के बीच सड़क पर पानी भर गया, इसमें गुजैनी नाले का किनारा धंसना शुरू हो गया। इससे पास में बने यूरिनल की दीवार भी ढहकर नाले में समा गई।

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