RANCHI: रांची के लोअर बाजार थाना क्षेत्र के पत्थलकुदवा में रहनेवाली करीब ख्0 महिलाओं को रोजगार के लिए लोन दिलाने के नाम पर ठग लिया गया है। मामले में मुहल्ले की ही आरोपी महिला रेशमा खातून भ्0 लाख से अधिक की राशि लेकर फरार हो गई है। रेशमा के जुल्मों की शिकार जैगुनिया खातून, महजबी प्रवीण, रानी खानम, अजमेरी, हसीना बेगम, शहनाज, सलमा बेगम, नगमा प्रवीण, गजाला प्रवीण, सोनी अफरोज आदि महिलाएं उसके खिलाफ थाने में शिकायत करने वाली हैं। इस संबंध में जब रेशमा के मोबाइल पर फोन कर संपर्क करने की कोशिश की गई, तो दोनों मोबाइल स्वीच ऑफ पाए गए। वहीं, ठगी की शिकार महिलाएं अपने गहने बेच कर व कर्ज लेकर अब तक लोन चुका रही थीं। लेकिन अब इनके पास कुछ नहीं बचा है। वहीं, पैसे मांगने रेशमा के पास जा रही हैं, तो उन्हें डराया-धमकाया भी जा रहा है। बताया गया कि रेशमा खातून ने रिश्तेदारों, रातू के हुरहुरी, फूलबगान, आजाद बस्ती समेत कर्रा की महिलाओं को भी नहीं बख्शा है।

यह है मामला

जानकारी के मुताबिक, पत्थलकुदवा की आजाद बस्ती, भोला गली आदि की महिलाएं बेरोजगार थीं। वो रोजगार की तलाश में लोन के लिए अप्लाई करनेवाली थी, लेकिन उन्हें कोई लोन वगैरह नहीं मिल रहा था। ऐसे में उनलोगों की जान पहचान रेशमा खातून नामक एक महिला से हुई। रेशमा ने कहा कि उनलोगों को लोन दिला दिया जाएगा। फिर, रेशमा ने एक-एक कर महिलाओं से लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज ले लिए। फिर उन्हें सेटिंग फाइनांस, जीवन फाइनांस, कलिंगा बाजार, एसकेएस फाइनांस व उज्जीवन फाइनांस से अलग-अलग लोन दिलवा दी। जब-जब लोगों का लोन निकला, रेशमा ने उनलोगों से कर्ज के रूप में लोन के पैसे ले लिए। कहा कि वे सभी मिल कर एक साथ रोजगार करेंगी। मोमबत्ती, सिलाई-कढ़ाई आदि का सेंटर खोलेंगी। इससे उनलोगों को प्रतिमाह आमदनी होगी। पर जैसे-जैसे समय बीतता गया, वैसे-वैसे पैसे मिलने भी बंद हो गए। पर, विभिन्न फाइनांस कंपनियों के कलेक्शन ऑफिसर उनलोगों के घर पहुंचने लगे। लोग अपने गहना, कर्ज लेकर किश्त की रकम चुका रहे हैं। अब इन महिलाओं के पास उतने पैसे भी नहीं है, जो अपना किस्त भर सकें।

बॉक्स में ले सकते हैं।

एक महिला, चार नाम, फोटो एक

ठगी की शिकार महिलाओं ने बताया कि लोन दिलवाने के लिए एक महिला के चार-चार नाम बता गए। जैरूननिशा को खैरूनिशां, साबिया खैरूनिशा, खैरूल प्रवीण के नाम पर लोन दिलवाए गए।

तो छोड़ कर चला गया पति

पत्थलकुदवा की रहनेवाली सलमा बेगम ने भी रेशमा खातून के झांसे में आकर लोन ले लिया। पर, यह लोन उसके जी का जंजाल बन गया। रेशमा ने भी उससे कर्ज के तौर पर लोन में मिले ब्भ् हजार रुपए ले लिए। इस बात का पता जब उसके पति को चला तो वह रांची छोड़कर जमशेदपुर चला गया।

इलाज कराए या लोन चुकाए

हसीना बेगम को अजमेरी, अनवरी, अकबरी और अंजुम बनाकर विभिन्न बैंकों से लोन ले लिया गया, धीरे-धीरे वह बैंक का कर्जबदार बनती गई। मामला इतना बढ़ा कि उसके हसबैंड खाट पकड़ लिए। हसीना बेगम को यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिर वो क्या करे, पति का इलाज करवाए या लोन का पैसा चुकता करे।

बच्चों को स्कूल से निकाला

महज सात सौ रुपए की खातिर महजबी खातून के बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। उनलोगों को स्कूल से निकाल दिया गया है। महजबी का कहना है कि उसके पति छोटी गाड़ी चलाते हैं, लेकिन वह भी पैसे की जुगाड़ नहीं कर पा रहे हैं। वह शराब पीकर घर पर ही पड़े रहते हैं।