RANCHI : राज्य में स्किल डेवलपमेंट मिशन अब हायर एंड टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट के हवाले कर दी गई है। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद गुरूवार को स्किल इंडिया मिशन के डायरेक्टर राजीव रंजन और हायर एजुकेशन के सेक्रेटरी अजय कुमार ने इस बाबत मीटिंग की। इसमें बताया गया गया युवाओं का हुनर निखारने के लिए देश की 50 बड़ी कंपनियों को आमंत्रण भेजा जा चुका है। सोमवार को इन कंपनियों के प्रतिनिधि स्किल डेवलपमेंट को लेकर प्रेजेंटेशन देंगे। इसके बाद ही स्किल इंडिया मिशन के लिए कंपनीज का सेलेक्शन किया जाएगा।

खुलेगा मेगा ट्रेनिंग सेंटर

स्किल डेवलपमेंट मिशन के लिए जिन कंपनियों का सेलेक्शन होगा, उन्हें यहां मेगा ट्रेनिंग सेंटर खोलना होगा। इस सेंटर की कम से कम 25 हजार युवाओं के स्किल डेवलपमेंट की कैपासिटी होनी चाहिए। कंपनी की यह भी जिम्मेदारी होगी कि व स्किल्ड युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराए। इसके अलावा छोटे ट्रेनिंग सेंटर में भी कम से कम पांच हजार युवाओं के स्किल डेवलपमेंट की व्यवस्था होनी चाहिए।

लेबर डिपार्टमेंट से छिना जिम्मा

झारखंड में युवाओं के स्किल डेवलपमेंट का जिम्मा पहले श्रम एवं प्रशिक्षण विभाग के पास था। लेकिन, इस विभाग को युवाओं को हुनरमंद बनाने में अपेक्षित सफलता नहीं मिल रही थी। यहां पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के कारगर नहीं होने के बाद कैबिनेट ने स्किल इंडिया मिशन का जिम्मा श्रम विभाग से लेकर हायर एंड टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट को सौंप दिया है।

क्या है स्किल इंडिया मिशन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुशल कामगार तैयार करने व युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए ही स्किल इंडिया मिशन लांच किया है। इस मिशन के जरिए साल 2022 तक 40.2 करोड़ युवाओं का स्किल डेवलप करना है। इसके तहत 10.4 करोड़ युवाओं को स्किल ट्रेनिंग देकर ट्रेंड किया जाएगा, जबकि 29.8 करोड़ मैन पावर को एडिशनल ट्रेनिंग देने की योजना है। इसस मिशन के जरिए शिक्षा के साथ-साथ युवाओं को स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग देने के बाद रोजगार भी उपलब्ध कराया जाएगा।