- 500 करोड़ का व्यापार हुआ प्रभावित, बैंककर्मियों का प्रदर्शन

-दो दिनी हड़ताल के चलते एटीएम हो गए खाली

ALLAHABAD: बैंकों की दो दिनी हड़ताल व्यापारी सहित आम जनता को भारी पड़ गई। इस बीच अपनी मांगों को लेकर बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों ने जमकर प्रदर्शन भी किया। एटीएम कार्ड के ईवीएम में बदलाव प्रक्रिया के दौरान बैंकों की लापरवाही में हड़ताल ने आग में घी का काम किया। अपनी समस्याओं के समाधान के लिए गए लोगों को बैंक से निराश लौटना पड़ा। वहीं व्यापारियों का करोड़ों का लेन-देन भी प्रभावित हुआ।

500 करोड़ का व्यापार प्रभावित

दो दिन की बैंक कर्मचारियों की हड़ताल से इलाहाबाद शहर में लगभग 500 करोड़ से ऊपर का व्यापार प्रभावित हुआ। महीने का अंत होने के कारण सैकड़ों व्यापारी कंपनियों से अपना माल नहीं उठा सके। व्यापारी नेता महेंद्र गोयल कहते हैं कि ऐसी हड़ताल से व्यापारियों का सर्वाधिक नुकसान होता है।

जगह-जगह हुआ प्रदर्शन

हड़ताल के दूसरे दिन इलाहाबाद बैंक की मुख्य शाखा पर हुए प्रदर्शन के दौरान यूएफबीयू के संयोजक शशिकांत श्रीवास्तव ने बैंककर्मियों के वेतन में दो फीसदी वृद्धि के निर्णय को हास्यास्पद बताया। कार्यक्रम को मदनजी उपाध्याय, राजेश तिवारी, सुशील दुबे, एसएन गुप्तिा, नीलम उपाध्याय, एसपी दीक्षित सहित तमाम बैंकों के कर्मचारी नेताओं ने संबोधित किया। इसके पहले पंजाब नेशनल बैंक संगम प्लेस पर प्रदर्शन किया गया।

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अचानक बंद हो गए हजारों एटीएम

बता दें कि पिछले कुछ महीनों से तमाम बैंक सुरक्षा की दृष्टि से अपने ग्राहकों के मैग्नेटिक एटीएम को ईवीएम एटीएम में बदलने की कवायद में लगे हैं। इसके तहत डाक के जरिए एटीएम भेजे जा रहे हैं। वहीं पुराने एटीएम बंद करने की अंतिम तिथि 31 मई थी, जिन्हें हड़ताल को देखते हुए 29 मई की रात में ही बंद कर दिया गया। ऐसे में जिनके घर ईवीएम एटीएम नहीं पहुंचा वह चाहकर भी बैंकों में जानकारी नहीं कर सके। अब उन्हें एक जून को बैंक खुलने का इंतजार है। इसके बाद ही उनके नए एटीएम की लोकेशन मिल सकेगी। यूनियन बैंक की सिविल लाइंस मुख्य शाखा के चीफ मैनेजर अमित सिन्हा कहते हैं कि हड़ताल को देखते हुए शायद एटीएम को पहले ही बंद कर दिया गया है।