PATNA : महाराष्ट्र पुलिस की एक टीम भ्म् मासूम बच्चों को लेकर गुरुवार को पटना पहुंची। जिसे पटना रेल पुलिस के हवाले किया गया। बच्चों की उम्र क्ब् साल से कम की है, जिनसे मुंबई में चाइल्ड लेबर के तहत बड़े-बड़े काम कराए जा रहे थे। पुलिस इंस्पेक्टर सुखदा मोरे और उनकी टीम बच्चों को लेकर मुंबई से चली थीं। क्फ्ख्0ख् लोकमान्य तिलक राजेन्द्र नगर एक्सप्रेस से सभी को पटना लाया गया। इन बच्चों के बारे में एक एनजीओ को भनक लगी। एनजीओ ने मुंबई पुलिस को क्लू दिए। इसके बाद ही टीम ने अलग-अलग इलाकों में स्थित फैक्ट्री में रेड कर जबरन काम कर रहे बच्चों को छुड़ाया।

- अलग-अलग जिलों के हैं रहने वाले

छुड़ाए गए बच्चे पटना, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और मोतिहारी सहित दूसरे जिलों के रहने वाले हैं। इनमें अकेले पटना जिले के फ्ख् बच्चे हैं। पुलिस के अनुसार ज्यादातर बच्चों से जड़ी उद्योग में काम लिए जाते थे। रेल एसपी पीके मिश्र के निर्देश पर सभी बच्चों को अपना घर भेज दिया गया है। वहां से उनके फैमिली वालों को सौंप दिया जाएगा।

- इसी महीने छुड़ाए गए थे बच्चे

मालूम हो कि पटना रेल पुलिस की टीम ने क्9 मार्च को क्क् मानव तस्करों को पकड़ा था। इनके चंगुल से बड़ी संख्या में मासूम बच्चों को छुड़ाया गया था। इसी तरह दानापुर स्टेशन से भी बच्चों की एक बड़ी खेप को छुड़ाया गया था।

बच्चों की बेहतरी के लिए मुस्कान सहित कई योजनाएं पटना रेल जिला के तहत चलाई जा रही हैं। फिलहाल सभी बच्चों को अपना घर में सेफ्टी के साथ रखा गया है।

-पीके मिश्र, रेल एसपी