- गनियाला गांव के पास बोलेरो खाई में गिरने से पांच लोगों की मौत

- सुयालकोट के पास बोलेरो वाहन खाई में गिरने से चालक की मौत

CHAMOLI: चमोली जिले में कर्णप्रयाग से 36 किलोमीटर दूर गनियाला गांव के पास एक बोलेरो के खाई गिर गई। हादसे में दो महिलाओं समेत पांच लोगों की मौत हो गई। साथ ही सात लोग घायल हो गए। घायलों में दो बच्चे भी शामिल हैं। सूचना पर पुलिस और एसडीआरफ की टीम ने घायलों को खाई से निकालकर पोखरी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को कर्णप्रयाग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेफर कर दिया गया है। इधर, सुयालकोट के पास एक बोलेरो वाहन खाई में गिरने से चालक की मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।

गनियाल गांव के पास हुआ हादसा

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार थर्सडे दोपहर डेढ़ बजे पोखरी से हरिशंकर जा रही बोलेरो गनियाला गांव के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। आसपास मौजूद लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की मदद से राहत बचाव कार्य शुरू किया। बताया जा रहा है कि वाहन में चालक समेत कुल 12 लोग सवार थे, हालांकि वाहन की क्षमता चालक समेत दस की है। हादसे में सावर सिंह (60) निवासी मज्याडी, हरि सिंह (77) निवासी जौरासी, अषाड़ी देवी (63) निवासी सेम और धूम सिंह (29) निवासी द्यूका सौड़ ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। जबकि बशि देवी (30) निवासी ग्राम मज्याड़ी की कर्णप्रयाग स्थित अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। जबकि उर्मिला देवी (29)निवासी ग्राम मज्याड़ी और उर्मिला का बेटा प्रिंस (3), बोलेरो चालक व मालिक बसुदेव प्रसाद मलेठा (56) निवासी ग्राम हरिशंकर, हीमा देवी (24) निवासी ग्राम नौली, कुमारी खुशी (12) ग्राम द्यूका- थपलगांव, विक्रम सिंह (41) निवासी ग्राम पाटी और मनोज सिंह निवासी ग्राम नौली घायल हो गए। हादसे पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गहरा दुख व्यक्त किया है।

बोलेरो दुर्घटना में चालक की मौत

DEVAL: सुयालकोट के पास एक बोलेरो वाहन दो सौ मीटर गहरी खाई में गिर गया। दुर्घटना में चालक की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव खाई से निकालकर पोस्टमार्टम को भिजवाया। पुलिस ने बताया कि हादसे में पूरन सिंह (35) पुत्र जय सिंह रावत निवासी पदमला की मौके पर मौत हो गई। थानाध्यक्ष थराली शशिभूषण जोशी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।