-राजधानी एक्सप्रेस से लाई गई रांची, बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने मिलकर ली जानकारी

रांची : दिल्ली से राजधानी एक्सप्रेस से मानव तस्करी की शिकार छह बच्चियों को गुरुवार को रांची लाया गया। सभी बच्चियां पिछले छह महीने से बालिका गृह में रह रही थी। इनमें दो रांची की हैं इसके अलावा खूंटी, गिरिडीह, साहेबगंज और जमशेदपुर की एक-एक बच्चियां शामिल हैं। रांची की बच्चियों में से एक पिछले पांच और दूसरी तीन साल से दिल्ली में घरेलू काम कर रही थी। इन बच्चियों को मानव तस्कर दिल्ली ले गए थे। पिछले महीने दिल्ली की मीटिंग के दौरान बालिका गृह में झारखंड की बच्चियों के होने की सूचना मिली थी। बच्चियों को वापस लाने के लिए कई स्तर से प्रयास किए गए। दिल्ली राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, सीडब्ल्यूसी सहित शक्ति वाहिनी की टीम की मदद से बच्चियों को वापस रांची लाया गया है। झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने बच्चियों से मुलाकात की। फिलहाल बच्चियों को प्रेमाश्रय में रखा गया है। उनके परिजनों से संपर्क की कोशिश की जा रही है।

खुशी से छलके आंसू

दिल्ली से वापस रांची पहुंची बच्चियां काफी खुश थीं। उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलक उठे। बच्चियों का कहना था कि वह पढ़ना चाहती हैं। पढ़ लिखकर अपने और देश का नाम रोशन करेंगी। वहीं इस दौरान बच्चियों ने उन्हें छुड़ाए जाने पर बाल संरक्षण आयोग के प्रति आभार भी व्यक्त किया।

सूचना मिलने पर की कर्रवाई

राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि पिछले दिनों वो दिल्ली में किसी काम से गई थी तभी उन्हे फोन पर जानकारी मिली कि झारखंड की एक बच्ची दिल्ली में घरेलू कामगार के रूप में काम कर रही है। इस सूचना के आधार पर बाकी बच्चों को भी छुड़ाया गया। उन्होंने बताया कि बच्चों के परिजनों से संपर्क किया जा रहा है ताकि उन्हें परिजनों को सौंपा जा सके। उन्होंने कहा कि बच्चियों से जानकारी ली जा रही है। उन्हे ले जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।