-मजदूरों को अपने साथ ले गई छत्तीसगढ़ पुलिस

-जामुनटोली स्थित होदा ब्रिक्स भट्ठा के ओनर पर होगी कार्रवाई

RANCHI(12 May) : शुक्रवार को रातू थाना क्षेत्र के जामुनटोली स्थित होदा ब्रिक्स भट्ठा से छत्तीसगढ़ निवासी छह मजदूरों को मुक्त कराया गया। इसमें छत्तीसगढ़ पुलिस को रातू पुलिस ने सहयोग किया। पुलिस के अनुसार, भट्टठा संचालक नुरूल होदा द्वारा पिछले दो माह से सभी मजदूरों को बंधक बनाकर काम कराया जा रहा था। मुक्त मजदूरों में छत्तीसगढ़ राज्य के केसहि बहरा निवासी मोहन साय, उनकी पत्‍‌नी कुमारी वाई और दो बच्चे, छत्तीसगढ़ दर्रा भठा निवासी सेतु, पत्‍‌नी टीना व छत्तीसगढ़ के ही रेमडा निवासी लक्ष्मीकांत व उनकी पत्नी इंदु शामिल हैं।

ईट भट्ठा मालिक ने बनाया था बंधक

जानकारी अनुसार बंधक मजदूर मोहन साय ने रातू थाना क्षेत्र के सिमलिया निवासी भट्ठा संचालक की प्रताड़ना से आजिज होकर किसी तरह अपने पिता हेम साय को फोन पर जानकारी देकर मुक्त कराने की गुहार लगाई। पिता ने जानकारी छत्तीसगढ़ राज्य के महासमुंद जिले पिथौरा थाने में दी व भट्टठा संचालक पर प्राथमिकी दर्ज करवाई। कार्रवाई को लेकर शुक्रवार को छत्तीसगढ़ पुलिस रातू थाने पहुंची और जानकारी थाना प्रभारी को दी। बाद में रातू थाना के जेएसआई दयाशंकर राय व पुलिस जवानों के सहयोग से पुलिस ने ईट भट्ठा पहुंचकर सभी बंधुआ मजदूरों को मुक्त करा लिया।

मजदूरों के चेहरे पर खौफ

भट्ठा से छुटे मजदूरों के चेहरों पर संचालक का खौफ साफ दिख रहा था। मजदूरों ने बताया कि भट्ठा मालिक उनको यातनाएं दे रहा था। छोटी-छोटी बातों पर मारता-पिटता था। भोजन के लिए भी पैसे नहीं देता था। वे पिछले दो माह से काम कर रहे हैं। वे घर जाना चाहते थे, लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा था, मजदूरी भी नही दी जा रही थी। छत्तीसगढ़ से रातू आई पुलिस सभी मजदूरों को अपने साथ ले गई। छत्तीसगढ़ पुलिस भट्ठा संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी।