एक निश्चित राशि:

अक्सर लोग कमोडिटी कारोबार में शुरू में ही ज्यादा से ज्यादा निवेश कर जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि इसमें निवेश एक निश्चित राशि पर ही किया जाए। वायदा अनुबंध पर :

जितना बड़ा इन्वेस्टमेंट होता उतना ही हानि व लाभ का रिस्क भी। कमोडिटी कारोबार में बड़े पैमाने पर वायदा अनुबंध और एक निश्चित समय पर ही होते हैं।

इक्विटी से अलग:

कमोडिटी इन्वेस्टमेंट में शेयरों की भांति कोई गुंजाइश नहीं होती है। इक्विटी की तरह कोई लाभांश, बोनस, राइट्स इश्यू जैसी प्रक्रिया नहीं होती है।

अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर:

यह करोबार आम तौर पर अंतर्राष्ट्रीय कीमतों पर चलता है। इसमे अंतरराष्ट्रीय कीमतों के अनुरूप ही उतार चढ़ाव लाभ हानि की स्िथतियां होती हैं।

बाजार भाव जरूरी:

इसमें निवेश से करने से पहले जरूरी हैं कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दामों की जानकारी ले जी जाए। इसके अलावा वहां के बाजार भाव भी समझ लिए जाएं।

रिस्क के लिए मजबूत:

कमोडिटी में इन्वेस्टमेंट से पहले अपना मन जरूर मजबूत कर लें। यहां पर एक सेकेंड में कई बार बड़ा लाभ तो एक सेकेंड में नुकसान के भी चांस होते हैं।

inextlive from Business News Desk

Business News inextlive from Business News Desk