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97 कॉलेज सीएसजेएमयू से जुड़े हैं जहां एलएलबी की पढ़ाई होती है

10,000 सीटें हैं सभी कॉलेजों में एलएलबी फ‌र्स्ट इयर स्टूडेंट्स की

3800 स्टूडेंट्स ने एलएलबी एंट्रेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन किया

10 मई लास्ट डेट थी एलएलबी एंट्रेंस के लिए अप्लाई करने की

6000 से ज्यादा सीटें रह सकती हैं खाली इस बार

- नकल पर सख्ती से लॉ कॉलेज मे एडमिशन के लिए रुचि नहीं ले रहे स्टूडेंट

- लास्ट इयर की तुलना में इस बार कम आवेदन, कई कॉलेजों पर बंदी की तलवार

KANPUR:

व‌र्ल्ड के सबसे नोबल प्रोफेशन में शुमार वकालत को लेकर शहर के युवाओं में रुचि नहीं रही। ये बात छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी में एलएलबी के एंट्रेंस एग्जाम के लिए लिए ऑनलाइन आवेदनों से साबित होती है। स्थिति ये है कि एलएलबी फ‌र्स्ट इयर में जितनी सीटें हैं उतने छात्रों ने भी एंट्रेंस एग्जाम के लिए अप्लाई नहीं किया है। यही हाल रहा तो अगर अप्लाई करने वाले सभी छात्रों को एडमिशन दे दिया गया तो भी लॉ कॉलेजों की करीब 60 परसेंट से ज्यादा सीटें खाली रह जाएंगी।

29 मई को हो सकता है एंट्रेंस

छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी के एडमिशन कमेटी के कोआर्डिनेटर डिप्टी रजिस्ट्रार विद्या नंद त्रिपाठी ने बताया कि ऑनलाइन एंट्रेंस एग्जाम के लिए अप्लाई करने की लास्ट डेट 10 मई थी। एलएलबी में एडमिशन के लिए करीब 3800 स्टूडेंट्स ने एंट्रेंस एग्जाम के लिए ऑनलाइन अप्लीकेशन दी हैं। इन सभी स्टूडेंट्स का एंट्रेंस एग्जाम 29 या फिर 30 मई को कंडक्ट कराया जाएगा। एंट्रेंस एग्जाम क्वालिफाई करने वाले मेरीटोरियस स्टूडेंट्स को सीएसजेएमयू के लॉ कॉलेजों में एडमिशन मिलेगा।

पिछले साल से 1500 आवेदन कम

डिप्टी रजिस्ट्रार विद्या नंद त्रिपाठी ने बताया कि सीएसजेएमयू से 97 विधि महाविद्यालय संबद्ध हैं। इन कॉलेजो में फ‌र्स्ट इयर में करीब 10 हजार सीट पर लॉ करने वाले स्टूडेंट्स को एडमिशन मिलेगा। सिटी के ऐडेड कॉलेज वीएसएसडी, बीएनडी कॉलेज और डीसी ऑफ लॉ कॉलेज में 350-350 सीट पर एडमिशन मिलेगा। एक लॉ कॉलेज में करीब 240 से 300 सीटें होती हैं। लास्ट इयर एलएलबी एंट्रेंस के लिए करीब 5200 अप्लीकेशन आईं थीं। इस बार एंट्रेंस के लिए लास्ट इयर की तुलना में करीब 1500 अप्लीकेशन कम अाई हैं।

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इसलिए एलएलबी में कम हुआ रुझान

एलएलबी में पहले स्टूडेंट्स काफी रुचि लेते थे। पहले 'नकल की एलएलबी' की डिग्री आसानी से मिल जाती थी। बीते दो तीन साल से यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने इस पर लगाम कस दी है। सभी लॉ कॉलेज के सेंटर भी चेंज कर दिए जाते हैं। उड़न दस्ते डेरा डालकर परीक्षा कराते हैं। महंत से लेकर विधायक व एक राजनीतिक दल के मुखिया तक एलएलबी की परीक्षा देते मिले हैं। महंत ने तो बाकायदा बवाल कर दिया था। पुलिस फोर्स के पहुंचने के बाद ही उड़न दस्ता वहां से निकल पाया था।