शहीद राजेन्द्र सिंह स्कूल के एक कमरे में पड़ी हैं 600 ट्राइसाइकिल

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PATNA: दिव्यांगों को बांटने के लिए समाज कल्याण विभाग ने 600 ट्राइसाइकिल खरीदी। इस पर लगभग 30 लाख रुपए खर्च हुए। इसे दिव्यांग पुनर्वास योजना के तहत पात्र दिव्यागों को दिया जाना था लेकिन नहीं दी गई। ऐसे में यह एक बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहा है। साथ ही बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर क्या वजह है कि ट्राइसाइकिलों को एक कमरे में सड़ने के लिए छोड़ दिया गया है लेकिन इस बांटने की जहमत नहीं उठाई गई। इसका खुलासा दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की पड़ताल में हुआ है। दैनिक जागरण की पड़ताल में पता चला कि दो सालों से इन ट्राइसाइकिलों को बांटा नहीं गया है। जब कोई दिव्यांग ट्राइसाइकिल के लिए आवेदन करता है तो अफसर उन्हें डॉक्यूमेंट्स में जबरन की खामियां गिनाकर भगा देते हैं। कई पीडि़त दिव्यांगों ने बताया कि इसकी शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती है।

दिव्यांग लगा रहे चक्कर

शहर के कई दिव्यांग ट्राइसाइकिल पाने के लिए दिव्यांग पुर्नवास केन्द्र जो कि गांधी मैदान के पास है, का कई महीनों से चक्कर काट रहे हैं मगर मौके पर मौजूद आला अधिकारी कोई न कोई बहाना बनाकर दिव्यांगों को चलता कर देते हैं। दिव्यांग अनिल कुमार ने बताया कि ट्राई साइकिल योजना का लाभ लेने के लिए पिछले 6 महीने से दिव्यांग पुर्नवास केन्द्र का चक्कर काट रहा हूं लेकिन हर बार मुझे ट्राइसाइकिल देने से मना कर दिया जाता है जबकि मेरे पास सारे डॉक्यूमेंट्स है।

अफसर मार रहे दिव्यांगों का हक

दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल न देने का खेल कई सालों से चल रहा है। दिव्यांग पुर्नवास केन्द्र के पदाधिकारी खुलेआम दिव्यांगों का हक मार रहे हैं। दिव्यांगों को बांटने के लिए सरकार की ओर से मुहैया कराई गई लगभग 30 लाख की 600 ट्राइसाइकिल गर्दनीबाग के शहीद राजेन्द्र सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय में जंग खा रही है लेकिन इसे देखने और बांटने वाला कोई नहीं है।