7 यादगार नगमे जो मुकेश ने राजकपूर के लिए गाये

1- मेरे टूटे हुए दिल से, छलिया 1960

यह सुपर डुपर हिट सॉन्ग फिल्म छलिया का है। जो 1960 में रिलीज हुई थी। फिल्म में नूतन राज कपूर मुख्य भूमिका में थे। फिल्म को मनमोहन देसाई ने निर्देशित किया था। सॉन्ग एक टूटे हुए दिल के आशिक ने अपनी मोहब्बत के लिए गाया है। उस दौरान मुकेश अपनी पत्नी सरला त्रिवेदी के प्यार में पागल थे। दोनों के माता पिता इस शादी के खिलाफ थे।

7 यादगार नगमे जो मुकेश ने राजकपूर के लिए गाये

2- दोस्त दोस्त ना रहा प्यार प्यार ना रहा, संगम 1964

अपने समय की यह सबसे बोल्ड फिल्म थी। संगम की कहानी एक लव ट्रेंगल पर आधारित थी। शक और अविश्वास पर कहानी रची गई थी। फिल्म में राजेन्द्र कुमार और वैजंतीमाला जैसे अदाकार थे। इस गाने में आप को रियल फील मिलेगी। गाने को ध्यान से सुनने पर आप को वो दर्द महसूस होगा। गाने में गिटार और वाइलन का बहुत शानदार तरीके से इस्तेमाल गिया गया है।

7 यादगार नगमे जो मुकेश ने राजकपूर के लिए गाये

3- दुनिया बनाने वाले, तीसरी कसम 1966

1966 के दशक में बनने वाली फिल्म तीसरी कसम का गाना दुनिया बनाने वाले एक समय बहुत हिट हुआ था। फिल्म में राज कपूर और वहीदा रहमान लीड रोल में थे। फिल्म का निर्देशन बसु भट्टाचार्य ने किया था। फिल्म में राज कपूर ने बहुत ही उम्दा आदाकारी से दर्शकों का दिल जीत लिया था। सभी जानते हैं कि राज कपूर और मुकेश बहुत अच्छे दोस्त थे। उन दोनों ने अच्छे और बुरे वक्त में हमेशा एक दूसरे का साथ दिया।

7 यादगार नगमे जो मुकेश ने राजकपूर के लिए गाये

4- किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, अनाड़ी 1959

1959 में बनी फिल्म अनाड़ी का यह गाना लॉन्च होते ही सभी की जुबां पर आ गया। बॉलीवुड में कोई ऐसा नहीं है जो अनाड़ी में राज कपूर और नूतन के अभिनय के पास भी पहुंच सके। फिल्म का म्यूजिक शंकर जयकिसन और हर्षत जयपुरी ने दिया था। फिल्म में राज कपूर के शानदार अभिनय ने लोगों की आंखे नम कर दी थीं।

7 यादगार नगमे जो मुकेश ने राजकपूर के लिए गाये

5- आवार हूं, आवार 1951

मुकेश को आम आदमी का सिंगर कहा जाता था या फिर एक गायक जो आम आदमी की भीड़ को आकर्षित करता है। आवारा हूं सॉन्ग को रसियन सहित 14 अलग-अलग भाषाओं में रिकॉर्ड किया गया था। यह सपुरहिट फिल्म राज कपूर ने ही निर्देशित की थी। मुकेश के गुजर जाने के बाद उन्होंने लता मंगेशकर के साथ अमेरिका के डेट्रायट में अपनी पफार्मेंस दी।

7 यादगार नगमे जो मुकेश ने राजकपूर के लिए गाये

6- जाने कहां गए वो दिन, मेरा नाम जोकर 1970  

बॉलीवुड की पहली मल्टी स्टारर फिल्म मेरा नाम जोकर राज कपूर का बहुत खास प्रॉजेक्ट था। यह राज कपूर की सबसे उम्दा फिल्मों में से एक फिल्म मानी जाती है। इस प्रॉजेक्ट के लिए पैसों की कमी के चलते राज कपूर ने चैम्बेर का आरके स्टूडियो भी गिरवी रख दिया था। लेकिन जब फिल्म रिलीज हुई तो फिल्म ने दुनिया भर में प्रशंसा बटोरी। फिल्म जगत में राज कपूर को मास्ट शौमैन के नाम से जाना जाने लगा।

7 यादगार नगमे जो मुकेश ने राजकपूर के लिए गाये

7- मै आशिक हूं बहारों का, आशिक 1962

1962 के दशक में बनी इस फिल्म ने लोगों के दिलों पर राज कपूर की ऐसी छाप छोड़ी जिसे मिटा पाना किसी के बस की बात नहीं है। इस फिल्म में राज कपूर ने नंदा के साथ स्क्रीन शेयर की। फिल्म का संगीत शंकर जयकिसन ने दिया था। राज कपूर ने एक क्लैपर ब्याय के तौर पर 1943 में अपने करियर की शुरुआत की थी। राज कपूर इस देश के सबसे उम्दा एक्टर और डॉयरेक्टर थे।

Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk