1. नील आर्मस्ट्रांग और उनके साथी एल्ड्रिन इस 'मून मिशन' को लेकर काफी एक्साइटेड थे। उनका यह सपना 20 जुलाई 1969 को पूरा हुआ जब अपोलो 11 चंद्रमा पर उतरा।
2. चंद्रमा पर पहुंचते ही ऑर्मस्ट्रांग और एल्िड्रन जल्दी में अपने स्पेसक्राफ्ट का दरवाजा बंद करना ही भूल गए थे। ऐसे में बंदर केबिन में चंद्रमा के वायुमंडल की हवा भरने से दरवाजा जाम हो गया था। इस बात को लेकर दोनों अंतरिक्ष यात्रियों का काफी मजाक बनाया गया।
3. ऑर्मस्ट्रांग जब चंद्रमा से वापस आ रहे थे तो उनके साथी एल्ड्रिन को स्पेसक्राफ्ट की खिड़की से अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला। दरअसल इन्होंने चंद्रमा पर जो अमेरिकी फ्लैग लगाया था वो ब्लॉस्ट हो चुका था।
4. बताते हैं कि जब अपोलो 11 को चंद्रमा से वापस लाया जा रहा था तो इसका इंजन स्टार्ट नहीं हो रहा था। ऐसे में ऑर्मस्ट्रांग और एल्ड्रिन ने नासा स्पेस स्टेशन से मदद की उम्मीद की। जब वहां से कोई नहीं आया तो एल्ड्रिन ने एक पेन की सहायता से इंजन को स्टार्ट कर दिया था।
5. आपको यह जानकर काफी अचंभा होगा कि ऑर्मस्ट्रांग द्वारा चंद्रमा पर रखे गए पहले कदम के निशान आज भी वहीं पर हैं। और यह कई लाख सालों तक नहीं मिटेंगे।
6. आर्मस्ट्रांग और उनके साथी ने चंद्रमा पर करीब ढाई घंटे बिताए थे। इस दौरान उन्होंने वहां सैंपल और कुछ फोटोग्राफ्स इकठ्ठा किए।
7. सेल्फी का शौक भले ही आज के जमाने का हो लेकिन आर्मस्ट्रांग ने चंद्रमा पर पहली सेल्फी खींची थी। दरअसल ऑर्मस्ट्रांग अपने साथी एल्ड्रिन की तस्वीर खींच रहे थे वहीं एल्ड्रिन के हेलमेट में रिफ्लेक्शन के चलते ऑर्मस्ट्रांग की फोटो भी आ गई।
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