- गैरीकुंड-केदारनाथ हाईवे पर बांसवाड़ा के पास पहाड़ी दरकने से 7 मजदूर जिंदा दफन

- एक मजदूर लापता, पोकलैंड चालक समेत 12 अन्य ने भागकर बचाई जान

- गंभीर घायल मजदूरों को हेलीकॉप्टर से पहुंचाया गया एम्स ऋषिकेश

- हाईवे पर ऑलवेदर रोड की कटिंग का चल रहा था काम, जिलाधिकारी ने दिए घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश

RUDRAPRAYAG: ऑलवेदर रोड कटिंग के दौरान गौरीकुंड-केदारनाथ हाईवे पर बांसवाड़ा के पास अचानक पहाड़ी दरक गई। इससे सड़क की निचली तरफ पुश्ता बना रहे सात मजदूर मलबे में जिंदा दफन हो गए, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए। एक मजदूर लापता बताया जा रहा है। 12 मजदूरों ने भागकर जान बचाई। सभी मजदूर बारामूला जम्मू-कश्मीर के बताए जा रहे हैं। प्रथमदृष्टया निर्माण एजेंसी और ठेकेदार की लापरवाही सामने आ रही है। डीएम मंगेश घिल्डियाल के निर्देश पर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। डीएम ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं।

एकाएक भरभराकर गिरी पहाड़ी

ऑलवेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक 76 किलोमीटर लंबे मार्ग का निर्माण किया जा रहा है। गाजियाबाद की आरजीबी कंस्ट्रक्शन कंपनी यह कार्य करा रही है। शुक्रवार दोपहर करीब पौने एक बजे बांसवाड़ा के पास पोकलैंड मशीन (जेसीबी) से पहाड़ी से पत्थर निकाल रही थी। सड़क के ठीक नीचे मजदूर पुश्ता निर्माण में जुटे हुए थे। इस बीच पूरी पहाड़ी भरभराकर नीचे आ गई। भारी मात्रा में मलबा और पत्थर हाईवेनदी की तरफ गिरने लगे। पुश्ता बना रहे 11 मजदूर इसकी चपेट में आ गए और मलबे में जिंदा दफन हो गए। इनमें सात की मौके पर ही मौत हो गई, इन सभी के शव काफी मशक्कत के बाद मलबे से निकाले गए। तीन गंभीर रूप से घायल हैं, जबकि एक मजदूर का अभी कुछ पता नहीं चल पा रहा है। उसकी खोजबीन की जा रही है। हादसे में 12 साथी मजदूर बाल-बाल बचे, उन्होंने किसी तरह भागकर जान बचाई। पोकलैंड चालक भी कूदकर अपनी जान बचाई।

ऊखीमठ और गुप्तकाशी का जिला मुख्यालय से कटा संपर्क

घायलों को जिला अस्तपाल में प्राथमिक उपचार दिया गया। स्थिति नाजुक देखते हुए उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिये ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पहुंचाया गया। रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में निर्माण एजेंसी और ठेकेदार की लापरवाही सामने आ रही है। सुपरवाइजर तक मौके पर नहीं थे। कितने मजदूर कार्य कर रहे हैं, इसकी जानकारी के लिए रजिस्टर तक नहीं है। निर्माण ऐजेंसी व ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। इधर, मलबा आने से गौरीकुंड हाईवे पर आवाजाही ठप हो गई है। ऊखीमठ और गुप्तकाशी का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दुर्घटना पर दुख जताया है।