पहले खुद तराशेंगे
यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से की गई प्लानिंग के मुताबिक उन स्टूडेंट्स को सर्च किया जाएगा, जो डिफरेंट फील्ड में अपना और यूनिवर्सिटी का नाम रौशन कर सकते हैं। ऐसे स्टूडेंट्स का सेलेक्शन प्रॉसेस पूरा होने के बाद उन्हें उस फन में माहिर बनाने के लिए एफर्ट किए जाएंगे। गाइड किया जाएगा ताकि वह किसी बड़े प्लेटफॉर्म पर खुद को साबित कर सकें। इसके बाद उन्हें ऐसा प्लेटफॉर्म भी अवेलेबल कराया जाएगा, जिससे वे एक ऑर्टिस्ट के रूप में जाने जाएं। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक उनके लिए वह सभी प्रयास किए जाएंगे, जिससे वे इस लायक बने की इसे अपना प्रोफेशन बना सकें. 

कराए जाएंगे programme
यूनिवर्सिटी में अब आने वाले सालों में डिफरेंट तरह के प्रोग्राम कराए जाएंगे। प्रोग्राम कराने की एक मंशा यह है कि स्टूडेंट्स को पढ़ाई के अलावा पर्सनैलिटी डेवलपमेंट का भी मौका मिले। दूसरा पॅरपज इन प्रोग्राम्स के थ्रू उन स्टूडेंंट्स को सर्च करना है, जो अच्छे फनकार हैं लेकिन सानिध्य न मिल पाने के चलते सिर्फ पढ़ाई पर फोकस कर रहे हैं। इस कार्य के लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने बाकायदा एक कमेटी बनाई है। ये सभी कार्य इस कमेटी के ही जिम्मे होंगे.

लेना होगा permission

इसके अलावा इस कमेटी का कार्य उन प्रोग्राम्स में भी हेल्प करना होगा, जो स्टूडेंट यूनियन या फिर डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स की ओर से कराए जाएंगे। स्टूडेंट्स को अपने लेवल पर कोई भी प्रोग्राम ऑर्गनाइज कराने से पहले इस कमेटी की परमिशन लेनी होगी। बिना कमेटी की परमिशन के यूनिवर्सिटी का कोई भी स्टूडेंट कैंपस में या फिर कैंपस के बाहर यूनिवर्सिटी से जुड़ा कोई भी प्रोग्राम कंडक्ट नहीं करा जा सकेगा.

UGC का निर्देश है
यूनिवर्सिटी की ओर से की गई ये प्लानिंग यूजीसी के एक ऑर्डर के मद्देनजर मानी जा रही है। निर्देशों के पालन में यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने सात मेंबर्स की कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में इंग्लिश डिपार्टमेंट की स्मिता अग्रवाल व डॉ। एसडी रॉय, म्यूजिक डिपार्टमेंट के हेड प्रो। एसके नाहर, विजुअल आर्ट डिपार्टमेंट के हेड डॉ। अजय जैतली, जुलॉजी डिपार्टमेंट की प्रो। अनीता गोपेश, कॉमर्स डिपार्टमेंट के डॉ। एके सिंघल व लॉ डिपार्टमेंट के डॉ। जेपी मिश्रा शामिल हैं। प्रो। स्मिता अग्रवाल कमेटी की कंवीनर बनाई गई हैं. 

यूनिवर्सिटी में कल्चर प्रोग्राम ऑर्गनाइज कराने सहित अन्य जिम्मेदारियों के वहन के लिए एक सेंट्रल कल्चरल कमेटी का गठन किया गया है। डीएसडब्ल्यू की रिकमंडेशन पर वाइस चांसलर ने कमेटी के लिए सात मेंबर्स को नियुक्त किए हैं। कमेटी तत्काल प्रभाव से अपना कार्य शुरू कर देगी। पूरी कोशिश होगी कि एग्जाम शुरू होने से पहले कम से कम एक अच्छा प्रोग्राम स्टूडेंट्स के लिए ऑर्गनाइज कराया जा सके.
प्रो। पीके साहू, 
पीआरओ इलाहाबाद यूनिवर्सिटी

पहले खुद तराशेंगे

यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से की गई प्लानिंग के मुताबिक उन स्टूडेंट्स को सर्च किया जाएगा, जो डिफरेंट फील्ड में अपना और यूनिवर्सिटी का नाम रौशन कर सकते हैं। ऐसे स्टूडेंट्स का सेलेक्शन प्रॉसेस पूरा होने के बाद उन्हें उस फन में माहिर बनाने के लिए एफर्ट किए जाएंगे। गाइड किया जाएगा ताकि वह किसी बड़े प्लेटफॉर्म पर खुद को साबित कर सकें। इसके बाद उन्हें ऐसा प्लेटफॉर्म भी अवेलेबल कराया जाएगा, जिससे वे एक ऑर्टिस्ट के रूप में जाने जाएं। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक उनके लिए वह सभी प्रयास किए जाएंगे, जिससे वे इस लायक बने की इसे अपना प्रोफेशन बना सकें।

कराए जाएंगे programme

यूनिवर्सिटी में अब आने वाले सालों में डिफरेंट तरह के प्रोग्राम कराए जाएंगे। प्रोग्राम कराने की एक मंशा यह है कि स्टूडेंट्स को पढ़ाई के अलावा पर्सनैलिटी डेवलपमेंट का भी मौका मिले। दूसरा पॅरपज इन प्रोग्राम्स के थ्रू उन स्टूडेंंट्स को सर्च करना है, जो अच्छे फनकार हैं लेकिन सानिध्य न मिल पाने के चलते सिर्फ पढ़ाई पर फोकस कर रहे हैं। इस कार्य के लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने बाकायदा एक कमेटी बनाई है। ये सभी कार्य इस कमेटी के ही जिम्मे होंगे।

लेना होगा permission

इसके अलावा इस कमेटी का कार्य उन प्रोग्राम्स में भी हेल्प करना होगा, जो स्टूडेंट यूनियन या फिर डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स की ओर से कराए जाएंगे। स्टूडेंट्स को अपने लेवल पर कोई भी प्रोग्राम ऑर्गनाइज कराने से पहले इस कमेटी की परमिशन लेनी होगी। बिना कमेटी की परमिशन के यूनिवर्सिटी का कोई भी स्टूडेंट कैंपस में या फिर कैंपस के बाहर यूनिवर्सिटी से जुड़ा कोई भी प्रोग्राम कंडक्ट नहीं करा जा सकेगा।

UGC का निर्देश है

यूनिवर्सिटी की ओर से की गई ये प्लानिंग यूजीसी के एक ऑर्डर के मद्देनजर मानी जा रही है। निर्देशों के पालन में यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने सात मेंबर्स की कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में इंग्लिश डिपार्टमेंट की स्मिता अग्रवाल व डॉ। एसडी रॉय, म्यूजिक डिपार्टमेंट के हेड प्रो। एसके नाहर, विजुअल आर्ट डिपार्टमेंट के हेड डॉ। अजय जैतली, जुलॉजी डिपार्टमेंट की प्रो। अनीता गोपेश, कॉमर्स डिपार्टमेंट के डॉ। एके सिंघल व लॉ डिपार्टमेंट के डॉ। जेपी मिश्रा शामिल हैं। प्रो। स्मिता अग्रवाल कमेटी की कंवीनर बनाई गई हैं. 

यूनिवर्सिटी में कल्चर प्रोग्राम ऑर्गनाइज कराने सहित अन्य जिम्मेदारियों के वहन के लिए एक सेंट्रल कल्चरल कमेटी का गठन किया गया है। डीएसडब्ल्यू की रिकमंडेशन पर वाइस चांसलर ने कमेटी के लिए सात मेंबर्स को नियुक्त किए हैं। कमेटी तत्काल प्रभाव से अपना कार्य शुरू कर देगी। पूरी कोशिश होगी कि एग्जाम शुरू होने से पहले कम से कम एक अच्छा प्रोग्राम स्टूडेंट्स के लिए ऑर्गनाइज कराया जा सके।

प्रो। पीके साहू, पीआरओ इलाहाबाद यूनिवर्सिटी