- 50 लाख पेशगी और फिर लिए 20 लाख रुपये

- फर्जी फ्री होल्ड पेपर भी थमा दिया जालसाजों ने

LUCKNOW : महानगर में एक कारोबारी को जमीन दिलाने का झांसा देकर 70 लाख रुपये जालसाजों ने ठग लिये। जालसाज ने उन्हें जमीन के फर्जी फ्री होल्ड पेपर भी थमा दिये। ठगी की जानकारी होने पर कारोबारी ने पैसे मांगे तो जालसाजों ने उन्हें धमकी दी। कारोबारी ने मामले की शिकायत महानगर पुलिस से की। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज जांच शुरू कर दी है।

85 लाख में तय हुआ था सौदा

महानगर के पेपर मिल बाबा का पुरवा निवासी कारोबारी अब्बास हुसैन का कहना है कि हजरतगंज के गोखले मार्ग निवासी मनु रस्तोगी से उसका परिचय था। मनू ने बताया कि उसके एक रिश्तेदार रकाबगंज निवासी आशीष रस्तोगी के पास हजरतगंज के शाहनजफ के पास एक प्लाट है। वह प्लाट को बेचना चाहता है। अब्बास प्लाट खरीदने के लिए तैयार हो गया। दोनों के बीच 85 लाख में प्लाट का सौदा हुआ।

50 लाख रुपये दी पेशगी

अब्बास का कहना है कि सौदा तय होने पर आशीष को मनु के सामने 50 लाख रुपये एडवांस दिये। बकाया 35 लाख रुपये प्लाट के फ्री होल्ड होने के बाद देने के लिए कहा। मनु ने प्लाट को फ्री होल्ड करवाने की जिम्मदारी ली। कुछ माह बाद मनु ने अब्बास को एक पेपर दिया।

20 लाख रुपये दोबारा लिये

अब्बास का कहना है कि फ्री होल्ड के पेपर दिखाने के बाद मनू ने उससे 20 लाख रुपये और ले लिये। इसके बाद मनू ने तीन माह के अंदर सारे पेपर पूरे करा कर अब्बास को देने का भरोसा दिया।

एलडीए से फर्जीवाड़े का पता चला

अब्बास छानबीन के लिए जब एलडीए पहुंचे तो उनको फर्जीवाड़े का पता चला। उन्होंने प्लाट के फ्री होल्ड की जानकारी ली तो पता चला कि एलडीए ने किसी तरह का कोई पेपर नहीं जारी किया है। एलडीए के कर्मचारियों ने बताया कि उनके पास मौजूद पेपर फर्जी हैं।

जान से मारने की धमकी

धोखाधड़ी का पता चलने के बाद अब्बास ने पहले आशीष रस्तोगी से रुपये वापस मांगे। इस पर आशीष ने सारी बात मनु रस्तोगी पर डाल ली। अब्बास ने जब मनू से रुपये मांगे तो उसने टाल दिया। समय गुजरने के बाद अब्बास ने फिर रुपये की मांग की। इस पर आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी।

सीओ से शिकायत के बाद दर्ज हुई रिपोर्ट

अब्बास का कहना है कि अपने साथ हुई धोखाधड़ी के बाद वह शिकायत लेकर कई बार थाने भी गए, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके बाद अब्बास ने सीओ महानगर से मिलकर मामले की शिकायत की। सीओ ने अपने स्तर से जांच कराई तो मामला सही निकला। इसके बाद सीओ महानगर के आदेश पर महानगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की।