RANCHI ट्ठ राज्य की सुरक्षा का दारोमदार जिन कंधों पर है, वे बुधवार को भूख हड़ताल करेंगे। गौरतलब है कि सात सूत्री मांगों को लेकर झारखंड पुलिस एसोसिएशन और पुलिस मेंस एसोसिएशन के बैनर तले लगभग 70 हजार पुलिसकर्मी पिछले कुछ दिनों से लगातार आंदोलन करते आ रहे हैं। आंदोलन के पहले चरण में 12-14 फरवरी तक पुलिसकर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर काम किया था और अब दूसरे चरण में बिना भोजन किए अपनी ड्यूटी करेंगे। इसके बाद भी अगर मांगें नहीं मानी गई तो 28 फरवरी से 4 मार्च तक सभी पुलिसकर्मी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।
डीजीपी के साथ वार्ता फेल
11 फरवरी को पुलिस मुख्यालय में झारखंड पुलिस एसोसिएशन, झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन और झारखंड पुलिस चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ की पुलिस महानिदेशक के साथ हुई वार्ता विफल हो गयी थी। इसके बाद ही तीनों एसोशिएशन ने आंदोलन शुरु करने का फैसला किया था।
तीन चरणों में चल रहा आंदोलन
पहला चरण : 12-14 फरवरी 2019
सभी पुलिसकर्मियों ने विरोध जताने के लिए काला बिल्ला लगाकर किया काम।
दूसरा चरण : 20 फरवरी
सभी जिलों के पुलिसकर्मी भूख हड़ताल पर रहते हुए ड्यूटी करेंगे। केंद्रीय टीम झारखंड पुलिस मुख्यालय के सामने उपवास पर बैठेगी।
तीसरा चरण : 28 फरवरी से 4 मार्च
राज्य के सभी कनीय पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिसकर्मी 5 दिनों के सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।
क्या है सात सूत्री मांगें
1- सिपाही से सीधे एसआई की भर्ती को किया जाए रद
2- पुलिसकर्मियों को 13 माह का वेतन दिया जाए
3- पुलिसकर्मियों के मिलने वाले भत्ते में वृद्धि की जाए
4- एसीपी/एमएसीपी कि लंबित मामलों का शीघ्र निस्तारण हो
5- शहीद पुलिसकर्मियों के आश्रित पुत्र की नौकरी हेतु निर्धारित उम्र सीमा में छूट मिले
6- पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाये।
7- वरीय पुलिस पदाधिकारियों की तरह कनीय पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को चिकित्सा सुविधा मिले