RANCHI : सिटी के 7708 शिक्षक अनट्रेंड हैं। इन शिक्षकों को अयोग्य किए जाने का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। हालांकि, इन शिक्षकों को एनआईओएस के तहत प्रशिक्षिण पूरा करने का निर्देश शिक्षकों को जारी किया गया है। मालूम हो कि राज्य के सरकारी स्कूलों में 70,175 शिक्षक अनट्रेंड पाए गए हैं। ये सभी साल 2019 से स्कूलों में पठन-पाठन के लिए अयोग्य हो जाएंगे। अनट्रेंड शिक्षकों में सबसे अधिक गिरिडीह, रांची और हजारीबाग के हैं। राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को इस साल के आखिर तक प्रशिक्षण पूरा करने का निर्देश दिया है।
ट्रेनिंग है आवश्यक
सर्व शिक्षा अभियान के तहत सभी सरकारी स्कूल के शिक्षकों को एनआईओएस के तहत प्रशिक्षिण पूरा करने का निर्देश जारी किया गया है। इस निर्देश में कहा गया है कि 2019 से सरकारी स्कूलों में अनट्रेंड शिक्षकों को स्कूल के पठन-पाठन प्रक्रिया से दूर रखा जायेगा। ऐसे में झारखंड के सरकारी स्कूलों में करीब 70,175 टीचर्स पढ़ाई से दूर कर दिए जाएंगे।
अनट्रेंड टीचर्स के लिए स्पेशल एग्जाम
झारखंड राज्य शिक्षा परियोजना के द्वारा इन शिक्षकों को ट्रेंड करने की कवायद पिछले तीन सालों से की जा रही है,लेकिन प्रशिक्षिण में कमी एवं एनआईओएस परीक्षा में शिक्षकों का बेहतर प्रदर्शन न होने के कारण शिक्षकों का प्रशिक्षण का कार्य पूरा नहीं हो सका है। शिक्षकों की मानें तो पठन-पाठन के अलावे कई कायरें में शिक्षा विभाग द्वारा इतना व्यस्त रखा जाता है कि उन्हें परीक्षा की तैयारी के लिए समय नहीं मिल पाता है।
किस जिले में कितने अनट्रेंड टीचर्स
जिला संख्या
रांची 7708
हजारीबाग 6574
पश्चिमी सिंहभूम 1456
पूर्वी सिंहभूम 2258
बोकारो 3903
चतरा 3189
देवघर 2281
धनबाद 4965
दुमका 2106
गढ़वा 2313
गोड्डा 1282
गुमला 2065
जामताड़ा 915
खूंटी 1094
कोडरमा 2600
लातेहार 1555
लोहरदगा 1435
पाकुड़ 991
पलामू 5536
रामगढ़ 2546
साहेबगंज 1679
सरायकेला-खरसावां 1496
सिमडेगा 804