अभी तक जल निगम ने किया है केवल 42 करोड़ रूपये का भुगतान

पिछले 15 दिन से गंगा जल आपूर्ति पड़ी है ठप

Meerut। मेरठ में गंगाजल आपूर्ति के लिए सिंचाई विभाग को अभी तक जल निगम ने पूरा पैसा नहीं दिया है। अभी भी जल निगम पर विभाग का 8 करोड़ रूपये शेष है। हालांकि जल निगम ने सिंचाई विभाग को 42 करोड़ रूपये का भुगतान कर दिया है। शेष पैसा कब मिलेगा इसका समय निश्चित नहीं है। दूसरी तरफ कर्मचारियों का वेतन न मिलने के कारण गंगाजल की आपूर्ति ठप पड़ी हुई है।

नहीं मिला पैसा

सिंचाई विभाग के अधिकारियों की मानें तो 8 करोड़ रूपये लेने के लिए वह जल निगम के अधिकारियों से अनेक बार मांग कर चुके हैं। लेकिन जल निगम के अधिकारी है कि पैसा देने को तैयार ही नहीं हैं। वह शासन से पैसा न आने की बात कहते हैं।

स्थाई समाधान नहीं

गंगाजल की आपूर्ति को मई में दो साल का समय हो जाएगा। मई, 2016 में गंगाजल की आपूर्ति शुरू हो गई थी। हालांकि इन 21 माह में अनेकों बार गंगाजल की आपूर्ति बंद व शुरू हो चुकी है। लेकिन इसका स्थाई समाधान आज तक नहीं हो पाया है। वहीं इन 21 माह में जल निगम भी सिंचाई विभाग को 50 करोड़ रूपये का भुगतान नहीं कर सका है।

ठप हुई आपूर्ति

पिछले 15 दिन से गंगाजल की आपूर्ति नहीं हो रही है। हालात यह है कि इसके समाधान के लिए अभी तक किसी अधिकारी ने कोई प्रयास भी नहीं किए हैं। कर्मचारियों को पिछले दो साल से वेतन नहीं मिला है। इसीलिए कर्मचारियों ने गंगाजल की आपूर्ति को बंद कर दिया है। साढ़े तीन सौ करोड़ रूपये की लागत से इस योजना को शुरू किया गया था।

जल निगम को अनेक बार पैसों के लिए रिमाइंडर भेजा चुका है। लेकिन अभी भी जल निगम पर 8 करोड़ रूपये शेष बचे हुए हैं। अभी तक जल निगम ने 50 करोड़ रूपये में से 42 करोड़ रूपये का ही भुगतान किया है।

सीमांत जैन, एक्सईएन, सिंचाई विभाग

सिंचाई विभाग को पैसे देने के लिए शासन से मांग की है। जैसे-जैसे शासन से धनराशि मिल रही है वैसे-वैसे सिंचाई विभाग को पैसा दिया जा रहा है।

आरपी सिंह, एई, जल निगम