PATNA: उच्च शिक्षा को लेकर राजभवन ने बड़ा फैसला लिया है। विश्व विद्यालयों में कैस स्किम (कॅरियर एडवांसमेंट स्किम) प्रमोशन को लागू कर दिया है। इसके अलावा सभी विश्वविद्यालय में लेक्चरर व रीडर के पद को अब असिस्टेंट व एसोसिएट प्रोफेसर कर दिया गया है। कैस प्रमोशन के लिए तीन कुलपतियों की एक कमेटी बनाई गई थी। पटना विश्वविद्यालय के कुलपति को टीम की मानीटरिंग का जिम्मा दिया गया था। कमेटी को कैस प्रमोशन और पदों के रीडेजिगनेट करने पर अपनी रिपोर्ट देनी थी। कमेटी के रिपोर्ट राजभवन आते ही आदेश जारी हो गया है। कई नियमों में संशोधन से शिक्षा में काफी हद तक सुधार होगा।

निकाला जाएगा प्रमोशन

राजभवन से मिले आदेश पर जांच करने वाली कुलपतियों की कमेटी ने कहा है कि विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के लिए जो सैंक्शन पोस्ट हैं उनके लिए पूरे देश में विज्ञापन निकाला जायेगा। बिहार विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के सैंक्शन पोस्ट के साथ चर्चा करते हुए कहा कि आठ साल रीडर रहने पर संबंधित को प्रोफेसर बन जाएंगे। प्रमोशन के संशोधन की अधिसूचना में कहा गया है कि जो भी शिक्षक आठ साल रीडर पद पर काम कर चुके हैं वह प्रोफेसर बनने के लिए हकदार हो जाएंगे। वह सीधे इंटरव्यू

दे सकते हैं। पहले रीडर से प्रमोशन बनने में दस साल लग जाते थे। इस नए संशोधन से मेरिट स्कीम के तहत जिन प्रोफेसर का

प्रमोशन रुका था उन्हें भी प्रमोशन का लाभ मिलेगा। ताकि उच्च शिक्षा के स्तर को सुधारने में मदद मिल सके।