एक्सक्लूसिव

-प्रस्तावित 800 मीटर जमीन का नहीं दिया मुआवजा

-पावर स्टेशन बनाने के लिए नहीं मिला जमीन पर कब्जा

Meerut । एमडीए की योजनाओं में मुआवजे को लेकर किसानों के साथ विवाद अब शहर के विकास को प्रभावित कर रहा है। यही कारण है कि शहर सुनियोजित विकास की दौड़ में पिछड़ता जा रहा है। ताजा मामला एमडीए की गंगानगर एक्सटेंशन योजना का है। मुआवजा भुगतान न होने पर किसानों ने यहां प्रस्तावित पॉवर स्टेशन पर अड़ंगा लगा दिया है। किसानों ने जमीन से कब्जा न छोड़ते हुए स्पष्ट कहा कि जब तक उनका मुआवजा विवाद समाप्त नहीं हो जाता तब तक भूमि पर कब्जा नहीं दिया जाएगा।

गंगानगर एक्सटेंशन योजना

दरअसल, मवाना रोड स्थित गंगानगर एक्सटेंशन योजना के लिए एमडीए ने किसानों से 246 बीघा जमीन अधिग्रहण की थी और उसमें प्लाटिंग कर दी थी, लेकिन तब से आज तक उस जमीन को वहां के किसान ही जोतते आ रहे हैं। यहां किसानों की मांग नई भू-अधिग्रहण नीति से मुआवजा भुगतान की है। जमीन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रहे किसानों और एमडीए के मुकदमें में भी कोर्ट का निर्णय प्राधिकरण के पक्ष में आया था। जिसको लेकर एमडीए बामुश्किल 42 बीघा जमीन पर ही कब्जा ले पाया था। जबकि शेष 204 बीघा जमीन अभी किसानों के कब्जे में है।

पावर स्टेशन पर ग्रहण

एमडीए ने गंगानगर में पावर स्टेशन स्थापित करने के लिए बिजली यूपीटीसीएल को 10 हजार वर्ग मीटर का प्लाट दिया था। यह प्लाट गंगानगर एक्सटेंशन योजना के किसान सद्दीक का है। सद्दीक ही इस जमीन को बो जोत रहा है। सद्दीक का कहना है एमडीए ने 1992 में जो 42 रुपए मूल अवार्ड दिया था, वो अभी तक उसको नहीं मिल पाया है। अब जबकि बिजली विभाग ने पावर स्टेशन के निर्माण के लिए जमीन पर कब्जा लेना चाहा तो वहां किसानो ने विरोध कर दिया।

कागजों में जमीन पर एमडीए का कब्जा है। इस क्रम में किसानों के साथ वार्ता जारी है। जल्द ही मसले को निपटा लिया जाएगा।

-शबीह हैदर, चीफ इंजीनियर एमडीए

सन् 1992 में एमडीए ने जो मूल प्रतिकर भेजा था, वो शासन में अटैच हो गया था। जिसके चलते बहुत सारे किसानों को मुआवजा नहीं मिल पाया था। एमडीए मुआवजा देकर जमीन पर कब्जा ले सकता है।

-हरविंदर सिंह, महामंत्री गंगानगर संर्घष समिति

जमीन पर कब्जा न मिलने से प्रोजेक्ट हर रोज लेट हो रहा है। एमडीए से इस संबंध में कई बार वार्ता की जा चुकी है। प्रोजेक्ट लंबित पड़ा है।

-आरपी दुबे, चीफ इंजीनियर ट्रांसमिशन मेरठ