48 सेंटर्स पर 13454 अभ्यार्थियों ने दी परीक्षा

किसी के लिए सरल तो किसी के लिए मुश्किल रहा पेपर

Meerut। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से रविवार को पीसीएस-प्री एग्जाम 2018 की परीक्षा आयोजित की गई। 48 सेंटर्स पर हुई इस परीक्षा में 8296 अभ्यार्थियों ने हिस्सा ही नहीं लिया। हालांकि परीक्षा सीसीटीवी की कड़ी निगरानी में हुई ताकि किसी तरह की गड़बड़ी न होने पाए। इस बार बदले हुए पैटर्न पर परीक्षा का आयोजन किया गया। वहीं माइनस मार्किंग के चलते परीक्षार्थियों के चेहरे पर असंतोष के भाव भी दिखाई दिए। वहीं पहली और दूसरी पारी की परीक्षा देकर लौटे अभ्यार्थियों ने बताया कि प्रश्नपत्र हर साल के मुकाबले थोड़ा अलग रहा। हालांकि कुछ के लिए सरल और कुछ के लिए यह मुश्किल रहा। परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स की टीम को भी तैनात गया था। लोक सेवा आयोग की तरफ से पहली बार इसी परीक्षा के जरिए एसीएफ और आरएफओ के पदों को भी भरा जाएगा।

मैथ्स ने रुलाया

दो पालियों में हुई यूपीपीसीएस की परीक्षा में कुल 13454 अभ्यर्थी सम्मलित हुए। पहली पारी में जीएस-1 में हिस्ट्री, ज्योग्राफी, करंट इवेंट्स, इकोनोमिक्स, एनवायरमेंट साइंस से संबंधित प्रश्न पूछे गए। जिसमें साइंस और करंट इवेंट के प्रश्न अभ्यार्थियों के लिए सरल रहे। जबकि दूसरी पारी में हुई जीएस-2 के पेपर में 40 से 50 प्रतिशत हिस्सा मैथ्स और रीजनिंग का रहा। इसमें सबसे ज्यादा एलजेब्रा, ज्योमेट्री के प्रश्न पूछे गए । इन प्रश्नों ने छात्रों को खूब छकाया।

यह रही स्थिति

48 सेंटर्स पर हुई परीक्षा

13454 अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा

कुल 21750 अभ्यर्थी इस परीक्षा के लिए रजिस्टर्ड हुए थे।

15 सेक्टर मजिस्ट्रेट व 48 मजिस्ट्रेट परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए लगाए थे।

एग्जाम का पैटर्न इस बार बदला हुआ आया था। थोड़ा मुश्किल रहा। करंट इवेंट्स से जुड़े सवाल ज्यादा पूछे गए हैं।

अनिल

जिसने तैयारी की होगी और डेली करंट अफेयर्स पर फोकस किया होगा उसके लिए प्रश्नपत्र सॉल्व करना मुश्किल नहीं था।

रविंद्र कुमार

पहला पेपर सरल था। दूसरे पेपर में मैथ्स का पार्ट ज्यादा रहा। ओवर ऑल ठीक ही रहा। माइनस मार्किंग भी है।

राजेंद्र