दूसरे की जगह कोई कैंडिडेट एग्जाम न दे सके इसके लिए इस बार खास व्यवस्था की गई थी. हर कैंडिडेट का फिंगर प्रिंट लिया गया. इसका मिलान फॉर्म भरते समय दिए गए फिंगर प्रिंट से कराया जाएगा. फिंगर प्रिंट लेने के लिए कानपुर से बाकायदा फोरेंसिक एक्सपर्ट भेजे गए थे जो अपने साथ बायोमीट्रिक फोरेंसिक पैड लाए थे. इन्हीं पैड से कैंडिडेट्स के लेफ्ट व राइट हैंड की एक-एक उंगली का इंप्रेशन लिया गया. इस बार सीपीएमटी छत्रपति साहूजी महाराज यूनिवर्सिटी कानपुर ने ऑर्गनाइज कराया है.
एक घंटा पहले बुलाया गया
जिले में करीब आठ हजार सात सौ कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड थे. इनका एग्जाम 14 सेंटर्स पर हुआ. नोडल ऑफिसर प्रो. बीपी सिंह ने बताया कि 95 परसेंट से ज्यादा कैंडिडेट्स एग्जाम में अपीयर हुए. किसी भी सेंटर से किसी गड़बड़ी की कोई सूचना नहीं मिली है. हर सेंटर पर सभी स्टूडेंट्स की वीडियोग्राफी भी की गई. स्टूडेंट्स का उनके एडमिट कार्ड के साथ फोटो भी लिया गया. वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के लिए कैमरामैन कानपुर यूनिवर्सिटी की तरफ से आए थे. सभी सेंटर्स पर इंटरनल और आउटर ऑब्जर्वर भी तैनात किए गए थे. एग्जाम सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक हुआ. कैंडिडेट्स की चेकिंग आदि की फॉर्मेलिटीज को पूरा करने के लिए उन्हें एक घंटा पहले ही बुला लिया गया था.
आसान था पेपर
कैंडिडेट्स ने बताया कि पेपर अच्छा था. इस एग्जाम में फिजिक्स, केमिस्ट्री, जुलॉजी और बॉटनी के क्वेश्चंस पूछे गए. सभी चारों सब्जेक्ट्स के 50-50 प्रश्न पूछे गए. स्टूडेंट्स ने बताया कि सीपीएमटी का पेपर भी नीट जैसा ही था. फिजिक्स का पेपर कुछ ज्यादा डिफिकल्ट था. केमिस्ट्री ठीक ठाक थी.
किसी भी सेंटर से किसी तरह की गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली है. एग्जाम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. इस बार काफी सख्ती बरती गई थी इसलिए नकल या गड़बड़ी का कोई सवाल ही नहीं उठता.
- प्रो. बीपी सिंह, नोडल ऑफिसर, सीपीएमटी
पेपर अच्छा रहा. मैंने शुरू से ही इसके सिलेबस और पैटर्न के हिसाब से प्रिपरेशन की इसीलिए कोई प्रॉब्लम नहीं हुई. फिजिक्स के क्वेश्चंस कुछ कठिन थे.
- रिफत सिद्दीकी
मैं प्रतापगढ़ से पेपर देने आया हूं. पेपर सही हुआ. इस बार इतनी सख्ती थी कि चेकिंग के लिए एक घंटा पहले ही बुला लिया गया. जुलॉजी के क्वेश्चंस काफी आसान थे.
- सुधीर कुमार
हर स्टूडेंट का थंब इंप्रेशन लिया गया
दूसरे की जगह कोई कैंडिडेट एग्जाम न दे सके इसके लिए इस बार खास व्यवस्था की गई थी. हर कैंडिडेट का फिंगर प्रिंट लिया गया. इसका मिलान फॉर्म भरते समय दिए गए फिंगर प्रिंट से कराया जाएगा. फिंगर प्रिंट लेने के लिए कानपुर से बाकायदा फोरेंसिक एक्सपर्ट भेजे गए थे जो अपने साथ बायोमीट्रिक फोरेंसिक पैड लाए थे. इन्हीं पैड से कैंडिडेट्स के लेफ्ट व राइट हैंड की एक-एक उंगली का इंप्रेशन लिया गया. इस बार सीपीएमटी छत्रपति साहूजी महाराज यूनिवर्सिटी कानपुर ने ऑर्गनाइज कराया है.
एक घंटा पहले बुलाया गया
जिले में करीब आठ हजार सात सौ कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड थे. इनका एग्जाम 14 सेंटर्स पर हुआ. नोडल ऑफिसर प्रो. बीपी सिंह ने बताया कि 95 परसेंट से ज्यादा कैंडिडेट्स एग्जाम में अपीयर हुए. किसी भी सेंटर से किसी गड़बड़ी की कोई सूचना नहीं मिली है. हर सेंटर पर सभी स्टूडेंट्स की वीडियोग्राफी भी की गई. स्टूडेंट्स का उनके एडमिट कार्ड के साथ फोटो भी लिया गया. वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के लिए कैमरामैन कानपुर यूनिवर्सिटी की तरफ से आए थे. सभी सेंटर्स पर इंटरनल और आउटर ऑब्जर्वर भी तैनात किए गए थे. एग्जाम सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक हुआ. कैंडिडेट्स की चेकिंग आदि की फॉर्मेलिटीज को पूरा करने के लिए उन्हें एक घंटा पहले ही बुला लिया गया था.
आसान था पेपर
कैंडिडेट्स ने बताया कि पेपर अच्छा था. इस एग्जाम में फिजिक्स, केमिस्ट्री, जुलॉजी और बॉटनी के क्वेश्चंस पूछे गए. सभी चारों सब्जेक्ट्स के 50-50 प्रश्न पूछे गए. स्टूडेंट्स ने बताया कि सीपीएमटी का पेपर भी नीट जैसा ही था. फिजिक्स का पेपर कुछ ज्यादा डिफिकल्ट था. केमिस्ट्री ठीक ठाक थी.
किसी भी सेंटर से किसी तरह की गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली है. एग्जाम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. इस बार काफी सख्ती बरती गई थी इसलिए नकल या गड़बड़ी का कोई सवाल ही नहीं उठता.
- प्रो. बीपी सिंह, नोडल ऑफिसर, सीपीएमटी
पेपर अच्छा रहा. मैंने शुरू से ही इसके सिलेबस और पैटर्न के हिसाब से प्रिपरेशन की इसीलिए कोई प्रॉब्लम नहीं हुई. फिजिक्स के क्वेश्चंस कुछ कठिन थे.
- रिफत सिद्दीकी
मैं प्रतापगढ़ से पेपर देने आया हूं. पेपर सही हुआ. इस बार इतनी सख्ती थी कि चेकिंग के लिए एक घंटा पहले ही बुला लिया गया. जुलॉजी के क्वेश्चंस काफी आसान थे.
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