अब आंखों का ऑपरेशन और भी आसान

फिलहाल फेको सर्जरी सिटी में केवल एमडीआई रीजनल हॉस्पिटल में अवेलेबल है। इसके अलावा यह प्राइवेट सेक्टर में की जाती है। इसमें पेशेंट को 25 से 35 हजार रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं। केवल एक गवर्नमेंट हॉस्पिटल में होने की वजह से पेशेंट्स को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ता था। इसी को देखते हुए गवर्नमेंट ने इस मशीन को बेली हॉस्पिटल में लगाने का डिसीजन लिया। यहां पर यह सर्जरी महज सात सौ रुपए की जाएगी।

Week में दो दिन होगी surgery

शुरुआत में यह सर्जरी वीक में केवल दो दिन ही अवेलेबल होगी। इसके लिए कॉल्विन हॉस्पिटल के आई सर्जन डॉ। विकास ंिसह को इंगेज किया गया है। वह यहां पर फेको सर्जरी को अंजाम देंगे। फ्यूचर में यह सर्जरी सातों दिन स्टार्ट हो जाएगी। बेली हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ। सुरेश द्विवेदी ने बताया कि वेडनसडे से फेको सर्जरी की ऑफिशियल शुरुआत की जानी है। जबकि ट्रायल के तौर पर हुए ऑपरेशन काफी सक्सेजफुल रहे हैं।

क्या है phaco surgery

यह आई सर्जरी की एडवांस तकनीक है। खासतौर से मोतियाबिंद के सर्जरी में इसका महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसमें लेजर किरणों के जरिए पेशेंट की आंखों में बिना कांट-छांट और चीड़-फाड़ के एक छेद के जरिए सर्जरी को अंजाम दिया जाता है। यही रीजन है कि यह काफी सक्सेज है। इससे सर्जरी के बाद इंफेक्शन और कार्निया में सूजन के चांसेज कम हो जाते हैं।

बेली हॉस्पिटल में फेको सर्जरी की शुरुआत होना एक बड़ा एचीवमेंट है। इससे पब्लिक को कम पैसे में बेहतर इलाज मिलेगा। इसके बाद कॉल्विन हॉस्पिटल में भी इस तकनीक को शुरू करने की योजना है।

-डॉ। आभा श्रीवास्तव,

एडी हेल्थ