पुराने जीटी रोड पर हिम्मतगंज इलाके में रोड की तरफ झुके मकानों को ढहाने का मामला

अधिकारियों के अनुरोध पर सेना अधिकारियों ने किया निरीक्षण, आज ढहाए जाएंगे मकान

ALLAHABAD: हिम्मतगंज में सड़क चौड़ीकरण के साथ ही नाला बनाने के लिए की गई खुदाई से मंगलवार की देर रात जो भवन सड़क की ओर झुक गए थे, उन्हें ढहाने में एडीए के अधिकारियों ने हाथ खड़े कर दिए। आबादी के बीच स्थित चार मंजिला मकान को सुरक्षित ढहाने में एडीए के इंजीनियर फेल हो गए तो गुरुवार को दोपहर बाद सेना बुलानी पड़ी। इसके बाद सेना के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के अधिकारियों व जवानों ने हिम्मतगंज में मोर्चा संभाल लिया है। शुक्रवार को मोहर्रम के दिन सेना द्वारा सड़क की ओर झुके मकानों को ढहाया जा सकता है।

दूसरे दिन भी बंद रहा जीटी रोड

हिम्मतगंज में सड़क की ओर झुके चार मंजिला व दो मंजिला मकान की वजह से खतरे को देखते हुए बुधवार से ही पुराने जीटी रोड का मुख्य रास्ता बंद कर दिया गया है। रास्ता बंद कर वहां पुलिस व पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है। ताकि लोगों के आवागमन की वजह से कोई हादसा न होने पाए।

दिनभर बनी रही गहमा-गहमी

एडीए की लापरवाही से चार मकानों के अस्तित्व पर खतरा मंडराने से हिम्मतगंज के लोगों में जबर्दस्त आक्रोश रहा। इसे लेकर दिनभर गहमा-गहमी की स्थिति बनी रही। पीडि़त के साथ ही स्थानीय व्यापारी व वाशिंदे एडीए की लापरवाही से ढहने के कगार पर पहुंचे मकानों को ढहाने से पहले मुआवजा कि जिद पर अड़े रहे।

वापस लौटे पोकलैंड और जेसीबी

सड़क की ओर झुके मकानों को ढहाने के लिए एडीए के अधिकारियों की टीम मौके पर डटी रही। पोकलैंड के साथ ही जेसीबी मंगाया गया। लेकिन चार मंजिला मकान को ढहाने में एडीए की टीम ने हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद सेना को बुलाया गया। सेना के अधिकारियों व जवानों ने गुरुवार को देर शाम हिम्मतगंज में झुके मकानों का जायजा लेकर शुक्रवार को मकानों को ढहाने का निर्णय लिया।

नींव में पानी पहुंचने से झुके मकान

हिम्मतगंज में मुनव्वर शाह बाबा की मजार और लवकुश इंटर कॉलेज के बीच पुरानी जीटी रोड पर सुपारी गुटखा कारोबारी विनोद केसरवानी का चार माले का मकान है। बगल में ही विजय केसरवानी का चार मंजिला और असलम व हसीना बेगम का दो मंजिला मकान है। मंगलवार को आधी रात के बाद इन लोगों के घर के सामने नाला बनाने के लिए जेसीबी से खुदाई कराई गई थी। इसी दौरान पानी की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। सुबह जलापूर्ति चालू हुई तो नाले के लिए खोदे गढ्डे में पानी भर गया। इसके बाद इमारत सड़क की तरफ झुकने लगी। घरों की दीवारें, छत फटने लगी तो अंदर मौजूद लोगों को इसका आभास हुआ। लोग बाहर निकले और एडीए, एडमिनिस्ट्रेशन के साथ ही पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी। इसके बाद बुधवार को जीटी रोड का रास्ता बंद करा दिया गया।