आशा (बदला नाम) गुरुवार को एसएसपी आलोक कुमार के जनता दरबार में एक बार फिर फरियाद लेकर आयी थी। इससे पहले भी वह गुहार लगा चुकी है। कभी उसके साथ ही पढऩे वाला पवन नाम का लड़का अपने दोस्तों के साथ उसे तंग करता है। कभी सड़क तो कभी कॉलेज तो कभी ट्रेन में। वह परेशान हो चुकी है.

पिता भी ऊब चुका है
आशा को पवन ने एक बार नहीं कई बार परेशान किया है। उसने इसकी शिकायत एकंगरसराय, कंकड़बाग थाना में भी दर्ज करवाया है। आशा ने बताया कि पवन के पिता विनोद प्रसाद एकंगरसराय थाने में हैं। उन तक भी शिकायत पहुंची तो उन्होंने भी कहा कि तुम्हें जो करना है करो, वह मेरा नहीं सुनता.

आखिर क्यों पड़ा पीछे?
जब आशा से यह पूछा गया कि पवन उसके पीछे क्यों पड़ा है तो उसने बताया कि स्कूल में दोनों एक साथ पढ़ते थे। जब टीचर ने एक सवाल किया तो उसने जवाब नहीं दिया। उसी सवाल को मुझसे पूछा गया तो मैंने बता दिया। टीचर ने स्टूडेंट के सामने उसकी पिटाई की। तब से ही वह मेरे पीछे पड़ा है। अब तो जब घर (फतुहा) से आती हूं तो ट्रेन में भी तंग करता है।

आशा की मानें तो नवम्बर 11 से पवन अपने तीन साथियों के साथ परेशान कर रहा है.
एकंगरसराय थाना में की शिकायत
रिजल्ट- कुछ नहीं.
कॉलेज में शिकायत
रिजल्ट- कैम्पस में प्रोटेक्शन की बात कही गयी.
कंकड़बाग थाने में शिकायत
रिजल्ट - कुछ नहीं.
वीमेन सेल में शिकायत
रिजल्ट- एक बार पकड़ा गया, फिर से वही हरकत.
एसएसपी के जनता दरबार
रिजल्ट- कुछ नहीं.
फिर एसएसपी के दरबार
रिजल्ट- कार्रवाई का आश्वासन.