तो न आती दीवार गिराने की नौबत

लेखपाल की मामूली चूक के कारण कादलपुर में धार्मिक स्थल के निर्माण पर प्रशासन की कार्रवाई में देरी हुई. उसने प्रारंभिक शिकायत पर धार्मिक स्थल का निर्माण ग्रामीण की जमीन पर होने की रिपोर्ट दे दी. ऐसा उसने खसरा नंबर को समझने में हुई गलती के कारण किया. एसडीएम की पैमाइश में सही खसरा नंबर सामने आया और जमीन के ग्राम समाज के होने की जानकारी मिली. इसके बाद धार्मिक स्थल को लेकर विवाद प्रारंभ हुआ. अगर खसरा नंबर की सही पहचान में चूक न हुई होती तो धार्मिक स्थल के निर्माण को पहले ही रुकवा दिया गया होता और दीवार गिराने जैसे बात ही न होती.

सपा नेता ने रखी नींव

बताया जा रहा है कादलपुर में 15 जून को सपा के एक नेता ने धार्मिक स्थल बनाने की नींव रखी थी. इसके बाद चंदा कर धार्मिक स्थल का निर्माण शुरू हुआ. एक जुलाई को गांव के एक व्यक्ति ने फोन कर इसकी शिकायत लेखपाल से की. दो जुलाई को लेखपाल मौके पर पहुंचे. जिस जगह पर धार्मिक स्थल का निर्माण हो रहा था, उसका निरीक्षण किया. उसने अपनी जांच में पाया कि खसरा नंबर 338 पर धार्मिक स्थल का निर्माण हो रहा है. इस खसरा नंबर की जमीन गांव के एक व्यक्ति की थी. इसके बाद उसने रिपोर्ट दे दी कि गांव के लोग अपनी जमीन पर धार्मिक स्थल का निर्माण कर रहे हैं. इसी कारण प्रशासन ने इसे प्रारंभ में गंभीरता से नहीं लिया. उधर, धार्मिक स्थल का निर्माण होता रहा.

जमीन की पहचान में भूल

चहारदीवारी बना शेड डाल देने के बाद गांव के कुछ लोगों ने इसकी शिकायत कोतवाली रबूपुरा से की. 27 जुलाई को रबूपुरा पुलिस मौके पर पहुंची. उसने एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को इसकी जानकारी दी. वह मौके पर पहुंचीं. जिस जगह पर धार्मिक स्थल का निर्माण हो रहा था, उसकी पैमाइश कराई. जिसमें पता चला कि निर्माण खसरा नंबर 338 की बजाए 336 पर हो रहा है. यह जमीन ग्राम समाज की थी. तब वहां बनाई जा रही चारदीवारी गिरा दी गई. एक अधिकारी ने बताया कि खसरा नंबर 338 और 336 आस-पास हैं. दोनों की पहचान करना आसान नहीं है. इसी कारण लेखपाल से चूक हो गई.

गांव में नहीं है सांप्रदायिक तनाव

कादलपुर गांव में धार्मिक स्थल की दीवार गिराए जाने के बाद सांप्रदायिक तनाव की स्थिति नहीं थी. धार्मिक स्थल का निर्माण हिंदू-मुस्लिम मिलकर करा रहे थे. यह कहना है गांव में स्थित पुरानी मस्जिद के मौलवी मुहम्मद इलियास का. मूल रूप से मुरादाबाद जिले के तुमडिय़ा कला गांव के रहने वाले मुहम्मद इलियास (50) पिछले दो वर्ष से कादलपुर गांव की मस्जिद में  गरीब और अनाथ बच्चों को उर्दू की तालीम देते हैं. इलियास ने बताया कि दीवार गिराए जाने से प्रशासन के खिलाफ लोगों में गुस्सा है.

‘ऐसा माना जा रहा है कि गलत तरीके से दुर्गा शक्ति नागपाल का निलंबन किया गया है. हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके साथ नाइंसाफी न हो.’

-सोनिया गांधी

‘वह (सोनिया गांधी) राबर्ट वाड्रा की संपत्ति पर कार्रवाई करने वाले हरियाणा और राजस्थान के आइएएस अधिकारियों की प्रताडऩा पर पीएम को दो चिट्ठियां और लिखें.’

-नरेश अग्रवाल, सपा महासचिव

‘पीएम को पत्र लिखकर सोनिया गांधी औपचारिकता निभा रही हैं. सपा के समर्थन से उनकी सरकार चल रही है. अगर वे (कांग्रेस-सपा) चाहें तो मसले का समाधान निकल सकता है.’

-शाहनवाज हुसैन, भाजपा प्रवक्ता

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