-शिक्षक की पत्नी ने बीमारी से आजिज आकर लगाई फांसी, बीते बारह सालों से चल रहा था इलाज

- बच्चों को भेजा टीवी देखने, खुद लगा ली फांसी, साड़ी से बनाया फांसी का फंदा

- घटना से घर में मातम, मासूम बच्चों को देख हर किसी की आंखें हुई नम

VARANASI : शिवपुर थाना एरिया के मीरापुर बसही (शारदा विहार) में रविवार की दोपहर विवाहिता रश्मि श्रीवास्तव ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इसके पहले उसने अपने बच्चों को टीवी देखने भेज दिया था। इस दौरान उनके शिक्षक पति प्रेम श्रीवास्तव स्कूल गए हुए थे। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने डेडबॉडी को नीचे उतारा। पति के मुताबिक विवाहिता मानसिक रूप से बीमार थी। उसका इलाज चल रहा था।

साड़ी के फंदे से लगाई फांसी

मूलरूप से मध्य प्रदेश के रहने वाले प्रेम श्रीवास्तव बुलानाला स्थित इंटर कॉलेज में टीचर हैं। चार साल पहले शिवपुर के मीरापुर बसहीं (शारदा विहार) में उन्होंने अपना मकान बनवाया था। वह इसमें फैमिली के साथ रहते हैं। रविवार को एसएससी का एग्जाम होने की वजह से वह स्कूल गए हुए थे। घर पर रश्मि श्रीवास्तव (फ्भ् वर्ष) बेटे प्रियम (नौै वर्ष) और प्रसून (चार वर्ष) थे। दोपहर में बच्चे अपनी मां के साथ एक ही कमरे में थे। रश्मि ने बच्चों को टीवी देखने के लिए दूसरे कमरे में भेज दिया। इसके बाद उसने अपने कमरे के दरवाजा को अंदर से बंद कर साड़ी का फंदा बनाया व पंखे से सहारे फांसी लगाकर जान दे दी।

लाश देख चीख पड़ा मासूम

थोड़ी देर बाद बड़ा बेटा प्रियम अपनी मां को पुकारते हुए कमरे तक पहुंचा। कमरे का दरवाजा खोलते ही पंखे से लटकती अपनी मां की लाश देखकर वह चीख पड़ा। उसने तत्काल पिता के मोबाइल पर फोन किया लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ मिला। इसके बाद उसने स्कूल के लैण्डलाइन पर फोन कर पिता को घटना की जानकारी दी। वह भागे-भागे घर पहुंचे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने डेडबॉडी को नीचे उतारा। उन्होंने बताया कि रश्मि बीते क्ख् सालों से मानसिक रूप से बीमार थी। उसका इलाज चल रहा था। बीमारी की वजह से वह काफी निराश रहती थी।

गम में आंखें हुई नम

घर पर मौत का मातम था। परिचितों-रिश्तेदारों में जिसको भी पता चला वह प्रेम श्रीवास्तव के घर पहुंच गया। प्रियम को मां की मौत का एहसास था। उसका रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं मासूम प्रसून इस माहौल को देखकर समझ नहीं पा रहा था कि मौत उससे उसकी मां को हमेशा के लिए जुदा कर चुकी है। वह अपने में मस्त होकर खेलता रहा। जब पुलिसकर्मी मां की लाश लेकर जाने लगे तो वह उन्हें रोकने लगा। फिर पुलिसवालों को पकड़कर ही रोने लगा। इसे देखकर वहां मौजूद हर किसी की आंख नम हो गई।