मैं 2012 में एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करती थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात इसी कंपनी में काम करने वाले तेलीबाग निवासी नरेंद्र मिश्रा से हुई। कुछ दिनों की मुलाकात देखते ही देखते इश्क में बदल गई। जिसके बाद मेरी और नरेंद्र के बीच लंबी-लंबी मुलाकातें होने लगीं। सान्या के मुताबिक, नरेंद्र से अफेयर शुरू होने के छह महीने बाद ही मेरी शादी सुल्तानपुर निवासी एक युवक से तय हो गई। पर, नरेंद्र ने इस शादी को यह कहकर तुड़वा दिया कि वह उससे शादी करेगा। मैं नरेंद्र की बातों के जाल में पूरी तरह फंस चुकी थी। मैंने सुल्तानपुर निवासी उस युवक से शादी से इनकार कर दिया।

शादी टूटने के बाद नरेंद्र मुझको अपने कमरे में बुलाने लगा और उसने मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश शुरू कर दी। जब मैंन उसने इसका विरोध किया तो नरेंद्र ने मुझसे शादी का वादा किया। जिसके बाद नरेंद्र शारीरिक संबंध बनाने में कामयाब हो गया। करीब दो साल तक मेरे साथ संग शारीरिक संबंध बनाने के बाद नरेंद्र ने बीते जून माह में उसने मुझे अपनी जिंदगी से निकल जाने को कहा। करीब ढाई साल के संबंध में मैं नरेंद्र को अपना पति मान चुकी थी, लेकिन उसकी यह बात सुनकर मैं दंग रह गई। नरेंद्र से शादी के लिये काफी दिनों तक मान-मनौव्वल की पर, वह शादी करने को तैयार न हुआ।

नरेंद्र को अपना सबकुछ मान बैठी मेरी आंखें खुल चुकी थीं और मुझे धोखे का अहसास हो गया था। मैंने फौरन अपनी हिम्मत बटोरी और 17 जून को पारा थाने में नरेंद्र के खिलाफ रेप और जान से मारने की धमकी देने की एफआईआर दर्ज करा दी। एफआईआर दर्ज होते ही नरेंद्र की अक्ल ठिकाने आ गई और उसने अपने बड़े भाई निर्मल मिश्रा को मेरे घर भेज दिया। नरेंद्र की हरकतों से नाराज मैंने खूब समझाया और नरेंद्र की हरकतों के लिये उससे माफी मांगी। निर्मल ने मेरे परिजनों से नरेंद्र के लिये सान्या का हाथ मांगा। काफी मानमनौव्वल के बाद आखिरकार मैंने शादी के लिये अपनी रजामंदी दे दी।

जिसके बाद 21 जून को पुरनिया स्थित आर्य समाज मंदिर में उन दोनों की शादी हो गई। शादी के बाद पुलिस ने मेरा कोर्ट में 164 का बयान कराया। जिसमें उसने मजिस्ट्रेट को शादी होने की इत्तला देते हुए अपने आरोप वापस ले लिये। जिसके बाद पुलिस ने मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। इधर, मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगने का इंतजार कर रहे नरेंद्र ने फिर से पलटी मारी और मुझे महज 20 दिन साथ में रखने के बाद उसे घर से निकाल दिया। इन कोर्ट में बयान देने के बाद उसके जेठ निर्मल मिश्रा ने भी उसके साथ रेप किया और उसकी कई बार पिटाई की गई।

नरेंद्र की इस हरकत से मैं डिप्रेशन में आ गई। आखिरकार मैंने 28 अगस्त को उसके खिलाफ एसएसपी कार्यालय स्थित शिकायत प्रकोष्ठ में पूरे मामले को बयां करते हुए तहरीर दी। जहां से उसे पारा थाना भेज दिया गया। जब वह अपनी एप्लीकेशन लेकर पारा थाने पहुंची तो वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे धमका कर भगा दिया। जिसके बाद से मैंने पुलिस ऑफिसर्स से इसकी शिकायत की पर, अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।

- सान्या