RANCHI : मृत बेटा पैदा होने का सदमा एक पिता को बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अपनी जान दे दी। शनिवार की देर रात रिम्स की यह घटना है। गुमला जिले के सिसई ब्लॉक के बुंडू गांव के रहनेवाले गंदरू उरांव को जब मृत बच्चा पैदा होने की जानकारी मिली, उसने रिम्स के चौथे तल्ले से छलांग लगा दी। आनन-फानन में रिम्स के गा‌र्ड्स ने उसे इमरजेंसी में एडमिट किया। इसके बाद उसे न्यूरो वार्ड में शिफ्ट किया गया, जहां शनिवार की रात ढ़ाई बजे के करीब उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद एकबार फिर रिम्स की व्यवस्था पर सवाल उठ खड़े हुए हैं।

चार बेटियों का था पिता

गौरतलब है कि गंदरू उरांव को पहले से चार बेटी है। शनिवार की रात उसकी पत्नी ने मृत बच्चे को जन्म दिया। जब गंदरू ने मृत बच्चे का चेहरे देखा तो अपना आपा खो अपनी जान दे दी। गंदरू की मौत से बेटा-बेटी के बीच का भेदभाव का मामला फिर जगजाहिर हो गया। मिली जानकारी के मुताबिक, बेटा नहीं होने से गंदरू काफी निराश रहा करता था। इस बीच उसकी पत्नी फिर प्रेग्नेंट हुई। उसे रिम्स में एडमिट किया गया। यहां उसे मृत बच्चा पैदा हुआ, जिसका गम गंदरू बर्दाश्त नहीं कर सका।

ख्0क्क् में भी एक ने रिम्स की बिल्डिंग से कूद कर दे दी थी जान

बोकारो स्टील में काम करने वाले संजय सिंह ने भी रिम्स की बिल्डिंग से कूदकर अपनी जान दे दी थी। क्भ् जनवरी ख्0क्क् की यह घटना है। संजय रिम्स के बर्न वार्ड में एडमिट थे। उनके शरीर का आधा पार्ट जल चुका था। उसके लिए जलन और दर्द इतना असहनीय हो गया था कि वह रिम्स के दूसरे तल्ले पर स्थित बाथरुम की खिड़की से नीचे कूद गया था। उसकी बॉडी एक सेप्टिक टैंक में जा गिरी थी। गा‌र्ड्स ने उसे वहां से निकालकर इमरजेंसी में एडमिट किया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।