-यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए तय किए गए मानक के तहत ही बैठेंगे परीक्षा में

GORAKHPUR: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में एक कमरे में अब 25 परीक्षार्थी बैठेंगे। परीक्षा को नकल विहीन और शुचितापूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए स्टूडेंट्स के बैठने के लिए तय मानक का कड़ाई से पालन कराने के लिए डीआईओएस के कड़े निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। किसी भी दशा में परीक्षा केंद्र निर्धारण में बोर्ड द्वारा तय किए गए मानक के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। इसके लिए बोर्ड की तरफ से डीआईओएस को प्रापर निगरानी के लिए भी निर्देशित किया गया है।

अब तक 198 परीक्षा केंद्र हो चुके हैं फाइनल

फरवरी 2019 में यूपी बोर्ड 10वीं व 12वीं की परीक्षा शुरू हो रही है। बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले गोरखपुर जिले में परीक्षा केंद्र बनाए जाने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। करीब 198 परीक्षा केंद्र बन भी गए हैं, लेकिन 16 अक्टूबर को जारी केंद्र निर्धारण नीति में पहली बार परीक्षार्थी के बैठने के लिए आवश्यक क्षेत्रफल का जिक्र किया गया था। बोर्ड के मानकों के अनुसार, एक क्लास रूम की साइज 48 वर्गमीटर (8 मीटर गुणे 6 मीटर) होती है। एक स्टूडेंट को बैठने के लिए 20 वर्गफीट या 1.86 वर्गमीटर जगह की आवश्यकता होती है। इस लिहाज से एक मानक कमरे में 25 परीक्षार्थियों को बैठाया जा सकता है।

मनमानी तरीके से हो रहा था आवंटन

डीआईओएस ऑफिस से मिली जानकारी के मुताबिक, क्षेत्रफल का मानक तो पहले से है लेकिन इसे सेंटर पॉलिसी में शामिल नहीं किया जाता था। इसकेचलते मनमाने तरीके से स्टूडेंट का आवंटन होता जा रहा है। यहां तक कि पिछले साल बोर्ड ने जब खुद ऑनलाइन केंद्र निर्धारण किया तो वह खुद इस मानक का पालन नहीं कर सका। मानक नहीं होने से कई केस में बच्चों को कमरों में भेड़-बकरी की तरह ठूंस दिए जाते हैं।

वर्जन

यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्र का निर्धारण प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है। किसी भी दशा में बोर्ड के मानकों से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।

ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस